अंडा। शास.उ.मा.शाला अंजोरा(ख) दुर्ग में व्याख्याता जीवविज्ञान के पद पर पदस्थ हैं दिव्यांग डॉ.शिवनारायण देवांगन “आस” सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है। शिक्षक के दायित्व बहुत ही अच्छे से निर्वाह करते हुए बच्चों को जीवविज्ञान को जीवन विज्ञान से जोड़ कर व नवाचार द्वारा सरल भाषा में बताकर निपुण कर रहे है वही परिणाम शत प्रतिशत रहता है ।
शिवनारायण देवांगन अपने लिये नही बल्कि दूसरे शिक्षक व विद्यार्थियो
को आगे लाने निरंतर कार्यक्रम आयोजित कर उनके प्रतिभा को निखारने का प्रयास कर रहे है हजारों लोगों को सम्मानित कर चुके है जिसके कारण कई शिक्षक राज्यपाल, मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण जैसे विभिन्न सम्मान से सम्मानित हो चुके है हर शिक्षक अपने सम्मान पाने के लिये लगे रहते है पर देवांगन दूसरे को आगे बढ़ाने व सम्मानित होते देख आनंदित होते है उसे ही अपना सम्मान मानते है।
वही दिव्यांगता को कभी कमजोरी नही बनने दिया बल्कि सांस्कृतिक, साहित्य, कला, समाज सेवा कार्यक्रम के आयोजन नित निरंतर कर सभी को मंच प्रदान कर कई विद्यार्थी को कई मंचो पर प्रस्तुति दिलाते हुए पुरस्कार दिला रहे है ।
दिव्यांग व्याख्याता डाॅ.शिवनारायण देवांगन "आस" शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के संस्थापक व संयोजक के रूप में शिक्षक व विद्यार्थी के लिये निरंतर आगे लाने कार्य कर रहे है। आस विभिन्न क्षेत्रों में कई जगह से सम्मानित व पुरस्कृत भी हो चुके है। इनके विषय में जितना कहे उतना ही कम होगा ।