बोरवाय में सड़क बनाने के लिए मकान को तोड़ने में  किया जा रहा भेदभाव, एडीबी के अधिकारी, नायब तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ पहुंचा मौके पर, पीड़ित का आरोप एक व्यक्ति को लाभ देने का प्रयास, देखिए यह वीडियो

बलराम यादव के साथ कल्याणी साहू की खबर
पाटन। जामगांव आर से करही भदर तक एडीबी द्वारा सड़क निर्माण किया जा रहा है। इस सड़क निर्माण की जद में आ रहे ग्राम बोरवाय के कुछ मकानों को हटाने के लिए आज एडीबी के अधिकारी, नायब तहसीलदार ज्योत्सना सहित बड़ी संख्या में जाम गांव आर थाना के पुलिस बल बोरबाय पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है की गांव के ही  एक व्यक्ति के  घर को बचाने के  लिए पूरा तंत्र प्रयासरत है। सड़क के दोनो छोर पर मध्य से नापकर चिन्हांकित किया जाना था लेकिन अधिकारी ऐसा नहीं कर रहे है। वही बताया जा रहा है की कुछ ग्रामीण इसी जगह का सीमांकन किए जाने के बाद  तोड़फोड़ की कार्रवाई किए जाने का आवेदक भी पखवाड़े भर पहले लगाया है। लेकिन आवेदन पर किसी भी तरह का विचार नहीं किए जाने के आरोप नायब तहसीलदार पर लगाया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जामगांव आर से बालोद जिला के करहीभदर तक सड़क का निर्माण किया जा रहा है। यह सड़क निर्माण एडीबी ने  शुरू किया है।  बोरवाय में सड़क निर्माण की जद में आ रहे कुछ घर के सामने के हिस्से को हटाने का भी निर्देश दिया गया है।  आज एडीबी के एसडीओ एस एस साहू ,नायाब तहसीलदार ज्योत्सना कलीहारी, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।  ग्रामीणों की भीड़ भी अधिकारियों को आते देख जुट गई । ग्राम के नेतराम यादव और खेमलाल यादव का कहना है कि सड़क के मध्य से ही दोनों तरफ समान दूरी का नाप लेना चाहिए।  जिसके बाद ही जितनी आवश्यकता है उतना तोड़ दिया जाना चाहिए । नेतराम यादव , खेमलाल यादव ने बताया कि एक व्यक्ति के घर को बचाने के लिए हम लोगों का अतिरिक्त जगह पर तोड़फोड़ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने एक पखवाड़े भर पहले जमीन का सीमांकन के लिए भी आवेदन नायब तहसीलदार को दिया है लेकिन उस पर भी अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।  उन दोनो का कहना है कि सीमांकन के बाद जितनी जमीन सड़क निर्माण के लिए चाहिए खुद देने के लिए तैयार हैं। लेकिन अभी तक सीमांकन के आवेदन पर क्या कुछ किया गया है इसकी जानकारी आवेदक को भी नहीं है।।एल आज जब सड़क निर्माण के लिए  मकान को तोड़े जाने लगे तो ग्रामीण भी काफी उद्वेलित हो गए थे। वही सड़क निर्माण के लिए मकान तोड़ने में प्रशासन के द्वारा भेदभाव किए जाने का आरोप पीड़ित लोग लगा रहे हैं।  सीजी मितान की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां पर  एडीबी के अधिकारी एस एस साहू एवं नयाब तहसीलदार ज्योत्सना कलिहारी से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उनके द्वारा मीडिया से बात करने का स्पष्ट मना किया गया। 

सीजी मितान से चर्चा करते पीड़ित
सीजी मितान से चर्चा करते पीड़ित