केशव साहू,9302435161
डोंगरगांव।सड़क चौड़ीकरण भले ही विधायक का ड्रीम प्रोजेक्ट हो लेकिन जब चौड़ीकरण का कार्य शुरू हुआ तो तमाम मुसीबतें भी शुरू हो गयी। साथ ही प्रशासन और अधिकारियों पर लगातार आरोप भी लग रहे हैं। नगर में लगभग 3.5 कि मी की लंबाई वाली और 18 करोड़ की लागत से बन रहे फोरलेन सड़क में चेहरा देख के नापने और तोड़ने का आरोप प्रभावित व्यवसायी लगा रहे हैं।

बता दे इस फोरलेंन में सड़क के दोनो ओर 40-40 फिट चौडीकरण होना है किंतु इस 40 फिट की जद में कई रसूखदारों का दुकान भी आ रहा है जिनकी दुकान प्रशासन ने अनदेखा कर बिना तोडे ही गाड़ी आगे बढ़ा दी। तोड़ने के नाम पर सिर्फ नीचे का 2-4 फर्स ही तोड़ा। अब सवाल उठना भी लाजमी था क्योंकि वही प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम गरीबो का आशियाना उजाड़ने में एक पल की भी देरी नहीं करते।
PWD ,राजस्व विभाग और नगर पंचायत में तालमेल की कमी
सड़क चौडीकरण की प्रकिया लंबे समय से चल रहा है लेकिन किसी भी अधिकारी ने अभी तक क्लियर नही बताया कि बनना कितना फिट है। DPR कितने फिट का है,,क्या क्या सुविधाएं रहेगी,। “दोनो विभाग के अधिकारी एक दूसरे के सिर पर आरोप लगा रहे हैं कि कितना बनेगा वो जाने” हमारे पास जानकारी नही है!
लेकिन लोग ये जानना चाहते कि DPR रिपोर्ट आखिर सार्वजनिक क्यों नही की जाती ,क्यों लोगो से छुपाया जा रहा है। अभी तक pwd के इंजीनियर और अनुविभागीय अधिकारी खुलकर ये नही बता रहे हैं कि आखिर तय कितना फिट है और किसने तय किया है। लगातार लोगो के मन मे संशय बना हुआ है की बनेगा कितना ?????
नगर के व्यापारी वर्ग में दिख रही खासी नाराजगी
सड़क चौड़ी करण में सबसे बड़ी दिक्कत ये है की जिम्मेदार अधिकारी द्वारा सेंटर लाइन हज तय नही किया गया हैं। सिर्फ डिवाइडर को सेंटर मानकर माप किया जा रहा है। बता दे जब से नाप का कार्य शुरू हुआ है तब से गहमा गहमी का माहौल बना हुआ है। व्यपारियो के मन मे उनके दुकान जाने का डर बना हुआ है तो वही कुछ व्यपारियो को प्रशासन के इस बात से नाराजगी है कि उन्हें पहले नोटिश क्यों नही दिया गया। अचानक हमारे दुकान पर कार्यवाही क्यों। वही व्यापारियों का कहना है कि विधायक ने ड्रीम प्रॉजेक्ट से पहले किसी भी व्यपारियो से बैठक नही की थी और न ही सुझाव।मंगा था। पिछले कई वर्षों से अपना दुकान दारी कर रहे व्यवसायी दुकान टूटने के बाद कहा जाएंगे सवाल है ?
शाम 6 बजे के बाद भी हो रही कार्यवाही
शासन का आदेश है कि शाम के 6 बजे के बाद किसी का मकान न तोड़ा जाए किन्तु नगर में नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है और रात 7-8 बजे तक भी कार्यवाही हो रही है।
कब तक पूरा होगा प्रॉजेक्ट
अब बड़ा सवाल यह है कि अतिक्रमण तोड़ने की शुरुआत तो हो गयी है किंतु कार्य कब तक पूरा होगा बड़ा सवाल है। जब तक कार्य चलता रहेगा, तब तक व्यापार भी प्रभावित रहेगा।