आशीष दास
कोण्डागांव । प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के माध्यम से राज्य के पारम्परिक खेल विधाओं को बढ़ावा मिला है। जिसमें राजीव युवा मितान क्लब द्वारा पारम्परिक खेल स्पर्धा आयोजित करने के फलस्वरूप बच्चे, महिलाएं और पुरूष सभी वर्ग के लोग पूरे उत्साह के साथ हिस्सा ले रहे हैं। सरकार की इस पहल के कारण अब हमारे पारम्परिक खेल न केवल जीवित रहेंगे, बल्कि इसमें प्रतिस्पर्धा की भावना के फलस्वरूप खिलाड़ियों की प्रतिभा भी निखरेगी और खेलों की रोचकता बढ़ेगी। यह बात जिला पंचायत उपाध्यक्ष भगवती पटेल ने कोण्डागांव में आयोजित 3 दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का शुभारंभ करने के पश्चात खिलाड़ियों और गणमान्य नागरिकों को मुख्य आतिथ्य की आसंदी से सम्बोधित करते हुए कही। कोण्डागांव के विकास नगर स्टेडियम में आयोजित इस जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में जिले के 1340 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।इस अवसर पर जनपद पंचायत कोण्डागांव के अध्यक्ष श्री शिवलाल मंडावी, जनपद पंचायत माकड़ी के अध्यक्ष श्रीमती मोतीबाई नेताम, जनपद पंचायत बड़ेराजपुर के अध्यक्ष श्रीमती प्रेमशीला मंडावी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में शहरी सहित ग्रामीण ईलाकों के खेल प्रतिभाओं को अपने प्रदर्शन का अच्छा अवसर मिला है। इसके माध्यम से परम्परागत खेल विधाओं को एक नई पहचान मिली है, जिसमें हर वर्ग के लोग उत्साह और उमंग के साथ भाग ले रहे हैं। इन जनप्रतिनिधियों ने खिलाड़ियों को जिला स्तर सहित संभाग और राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपने गांव, ब्लाक और जिला का नाम रोशन करने की समझाईश दी। इस मौके पर राजीव युवा मितान क्लब के जिला संयोजक श्री श्रीपाल कटारिया ने खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में विशेष रूप से ग्रामीण प्रतिभाओं को अपने जौहर दिखाने का मौका मिला है। जिसमें ग्रामीण माहिलाएं अधिक सक्रियता के साथ हिस्सा ले रही हैं। उन्होने कहा कि राज्य शासन की मंशानुरूप राजीव युवा मितान क्लब रचनात्मक गतिविधियों के साथ ही विकास कार्यों में अहम भूमिका निभा रही है। आरंभ में सीईओ जिला पंचायत श्री प्रेम प्रकाश शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि खेल एवं युवा कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन किया गया है, जिसमें 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, खो-खो सहित लंगड़ी दौड़, गेड़ी दौड़, रस्साखींच, फुंगड़ी, भंवरा, बांटी, पिट्ठूल, बिल्लस, संखली जैसे पारम्परिक खेल विधा सम्मिलित हैं। इस जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया आलोम्पिक में 18 वर्ष आयु वर्ग, 18 से 40 वर्ग तथा 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के कुल 1340 प्रतिभागी बच्चे, युवा, पुरूष एवं महिलाएं समिलित हो रहे है। छत्तीसगढ़िया आलोम्पिक की विशेषता यह है कि इसमें जो प्रतिभागी ग्राम पंचायत स्तर से विजयी हुए हैं, वही प्रतिभागी राज्य स्तर तक जाकर प्रदर्शन करेंगे। जिससे इन खिलाड़ियों के प्रतिभा में निखार आने के साथ ही उन्हे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करने सहित राजगीत गायन के साथ किया गया। वहीं अतिथियों कोे बैज लगाकर स्वागत किया गया। इस दौरान अतिथियों ने खेल ध्वजारोहण सहित मशाल प्रज्वलित कर छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरूआत की। वहीं कोण्डागांव ब्लाक के उत्कृष्ट खिलाड़ी कौशिल्या कश्यप ने खिलाड़ियों को निर्धारित नियमों का पालन कर खेल भावना के साथ स्पर्धा में भाग लेने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर शासकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने बस्तर की पारम्परिक हल्बी लोक नृत्य, कस्तुरबा गांधी कन्या विद्यालय कोण्डागांव की छात्राओं द्वारा सरगुजिहा एवं गोंडी लोक नृत्य और स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल कोण्डागांव की छात्राओं ने सम्बलपुरी लोक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। इन सभी प्रतिभागी दलों को एक-एक हजार रूपए सम्मान निधि प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया। अथितियों ने महिला वर्ग के बड़ेराजपुर एवं केशकाल के विरूद्ध रस्साखींच स्पर्धा के प्रतिभागियों से परिचय प्राप्त कर स्पर्धा का शुभारंभ किया और इन खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के अलावा कमांडेंट आईटीबीपी श्री नीरज कुमार सहित जिला प्रशासन के अधिकारी, खेल प्रशिक्षक एवं अनुदेशक, स्कूली शिक्षक-शिक्षिकाएं, मीडिया प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में प्रतिभागी खिलाड़ी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में वरिष्टि खेल अधिकारी सुश्री सुधा कुमार ने आभार व्यक्त किया।
