राजनांदगांव । पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस वार्ता आहूत कर जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह पत्रकारों के समक्ष वर्ष 2021 का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और उन्होंने बताया की वर्ष 2021 में राजनांदगांव पुलिस द्वारा अपराधों की रोकथाम हेतु सतत् कार्य करती रही जिसके फलस्वरूप अपराधों में लगाम लगाना सम्भव हुआ है। वर्ष 2021 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण के मार्गदर्शन में कोरोना काल के दौरान लोगों की सहायता की गई साथ में सख्ती भी बरती गई एवं मुहीम चलाकर लोगों को जागरूक किया गया जिससे जिले में कोरोना महामारी को फैलने एवं काबू करने में सफलता प्राप्त हुई।
वर्ष 2021 में लॉकडाउन के दौरान एवं उसके बाद कानून व्यवस्था एवं अपराधों पर नियंत्रण हेतु राजनांदगांव पुलिस तत्परता से काम करते हुए अपराध घटित ना हो इसके पूर्व प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर धारा 41 (1) जा.फौ. के तहत 24 प्रकरण, धारा 109 जा.फौ. के तहत् 13 प्रकरण, बारा 110 जा.फौ. के तहत् 128 प्रकरण, धारा 145 जा.फी. के तहत 14 प्रकरण, धारा 151 जा. फो. के तहत् 779 प्रकरण, धारा 107, 116 (3) जा.फी. के तहत् 3339, रासुका के तहत् 02 प्रकरण दर्ज कर अपराधों पर अंकुश लगाई।

वर्ष 2021 में राजनांदगांव में घटित आपराधिक मामलों में पुलिस द्वारा अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई किया गया जो इस प्रकार है :
अपराध और अपराधिक मामलों का ब्यौरा
हत्या के 53 प्रकरणों में 37 निराकृत जिसमें 43 आरोपी गिरफ्तार 16 प्रकरण लंबित है।
हत्या का प्रयास के 33 प्रकरणों में 23 निराकृत जिसमें 31 आरोपी गिरफ्तार 10 प्रकरण लंबित है। आपराधिक मानव वध के 4 प्रकरणों में 3 निराकृत जिसमें 5 आरोपी गिरफ्तार 1 प्रकरण लंबित है। बलात्कार के 115 प्रकरणों में 101 निराकृत जिसमें 124 आरोपी गिरफ्तार 14 प्रकरण लंबित है। अपहरण/व्यपहरण के 15 प्रकरणों में 10 निराकृत जिसमें 4 आरोपी गिरफ्तार 5 प्रकरण लंबित है। डकैती के 01 के प्रकरण में 4 आरोपी गिरफ्तार एवं विवेचना जारी है।
लूट के 25 प्रकरणों में 19 निराकृत जिसमें 44 आरोपी गिरफ्तार 6 प्रकरण लंबित है। नकबजरी के 267 प्रकरणों में 176 निराकृत जिसमें 178 आरोपी गिरफ्तार 91 प्रकरण लंबित है।
चोरी के 467 प्रकरणों में 325 निराकृत जिसमें 273 आरोपी गिरफ्तार 142 प्रकरण लंबित है। बलवा के 17 प्रकरणों में 11 निराकृत जिसमें 63 आरोपी गिरफ्तार 6 प्रकरण लंबित है। खयानत के 9 प्रकरणों में 4 निराकृत जिसमें 5 आरोपी गिरफ्तार 5 प्रकरण लंबित है। धोखाधड़ी के 64 प्रकरणों में 27 निराकृत जिसमें 49 आरोपी गिरफ्तार 37 प्रकरण लंबित है। आगजनी के 22 प्रकरणों में 14 निराकृत जिसमें 17 आरोपी गिरफ्तार 8 प्रकरण लंबित है। चोंट के 44 प्रकरणों में 41 निराकृत जिसमें 63 आरोपी गिरफ्तार 3 प्रकरण लंबित है। दहेज मृत्यु के 11 प्रकरणों में 8 निराकृत जिसमें 24 आरोपी गिरफ्तार 3 प्रकरण लंबित है। शीलभंग के 92 प्रकरणों में 84 निराकृत जिसमें 100 आरोपी गिरफ्तार 8 प्रकरण लंबित है। यौन उत्पीडन के 16 प्रकरणों में निराकृत जिसमें 13 आरोपी गिरफ्तार 3 प्रकरण लंबित है।
इस प्रकार वर्ष 2021 में स्थानीय अधिनियम के घटित अपराधों के अंतर्गत कुल 15089 प्रकरणों में 15007 नियंकृत जिसमें 15678 आरोपी गिरफ्तार 82 प्रकरण विवेचना में लंबित है। इस प्रकार पूरे वर्ष में पंजीबद्ध मामलों का 99.46 प्रतिशत मामलों का निराकरण राजनांदगांव पुलिस द्वारा किया जा चुका है।
चिटफंड निवेशकों की राशि लौटाई
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल द्वारा अपने निवास कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में राजनांदगांव जिले के चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को 2 करोड़ 46 लाख की राशि वापस की। यह राशि चिटफंड कंपनियों के कुर्क की गई संपत्ति को नीलाम कर वसूल की गई है। इससे पहले राजनांदगांव द्वारा 16796 निवेशकों को 7 करोड़ 32 लाख रुपये वापस किये गए थे। वर्ष 2021 में वापस की गई 2 करोड़ 46 लाख रुपये की राशि को मिलाकर राजनांदगांव जिले में अब तक 9 करोड़ 78 लाख रुपये की राशि निवेशकों को वापस लौटाने में राजनांदगांव पुलिस को सफलता प्राप्त हुआ है।
नक्सल मामलो में भी बीते वर्ष मिली बड़ी सफलता
इस प्रकार वर्ष 2021 में राजनांदगांव पुलिस द्वारा नक्सल प्रकरण में कार्यवाही करते हुए 03 इम्प बरामद किया गया जिसमें 01 मामले में 20 किलो एवं 02 मामलों में 05-05 किलो का आई.ई.डी. बरामद किया गया एवं अलग-अलग प्रकरणों में राजनांदगांव पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान सचिंग के दौरान डम्प में नक्सली साहित्य, दावाईया एवं रोजमर्रा में उपयोग होने वाले सामान व टेन्ट बरामद हुआ तथा अन्य दो मामलों में थाना बोरतलाव क्षेत्रांतर्गत 04 नग भरमार पिस्टल एवं नवीन कैम्प परवीडीह क्षेत्रांतर्गत 01. भरमार बंदूक बरामद करने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई।
सोशल मीडिया पर पुलिस की कड़ी नजर
राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक संतोष सीने सोशल मीडिया फेसबुक टि्वटर व्हाट्सएप ग्रुप्स पर किसी भी तरह से अश्लील कमेंट क्या है ऐसा अपराध जो कानून को तोड़ता हो सोशल मीडिया के माध्यम से गैर जिम्मेदाराना हरकत अनर्गल पोस्ट पर सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल की नजर रहेगी और कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपराध घटित होगा जो वास्तविक अपराध के दायरे में आता है उसे बख्शा नहीं जाएगा निश्चित रूप से सोशल मीडिया अभिव्यक्ति की आजादी का एक सशक्त माध्यम है पर इसका दुरुपयोग करने वाले पुलिस के गिरफ्त से बच नहीं पाएंगे सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल के माध्यम से पूरी तैयारी की गई हैं ताकि ऐसे घटित अपराधों की रोकथाम की जा सके।
बेहतर पुलिसिंग के लिए “कॉर्प ऑफ द मंथ” की होगी शुरुवात
नए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह पुलिस में हमेशा कुछ नया करना चाहते हैं बेहतर पुलिसिंग के लिए “कॉर्प ऑफ द मंथ” की शुरुआत कर रहे हैं जिसमें कॉन्स्टेबल से लेकर निरीक्षकों को बेहतर कार्य करने के लिए पुरस्कृत किया जाना और प्रोत्साहित करने हेतु अवार्ड के साथ में प्रशस्ति पत्र भी दिए जाने का निर्णय पुलिस अधीक्षक ने बेहतर पुलिसिंग की दिशा तय करने के लिए लिया है और अपने कार्य से जी चुराने वाले लापरवाह पुलिस जवानों को चुस्त-दुरुस्त करने और सजग रखने के उद्देश्य दंड की भी शुरुआत की जा रही है यह प्रयोग निश्चित रूप से पुलिस की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में मददगार साबित होगी।