रिपोर्टर- चंद्रभान यादव
जशपुर। नियम तोड़ने पर संचालक के खिलाफ दर्ज की जाएगी एफआईआर
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी रविशंकर ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर डीजे की तेज आवाज को लेकर नियमों के उल्लंघन करने वाले डीजे संचालकों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में तीव्रता कोलाहल नियंत्रण सीमा के भीतर रखने निर्देश दिया गया, सीमा से बाहर होने पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई से अवगत कराया गया।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने जिले के सभी डीजे संचालकों को निर्देशित करते हुए कहा कि सर्वोच्च एवं उच्च न्यायालय के आदेशानुसार डीजे की तीव्रता कोलाहल नियंत्रण सीमा के बाहर होने पर नियमों के उल्लंघन पर सीधे राजसात की कार्यवाही होगी। इतना ही नही उपकरण को नष्ट करके संचालक पर नियमानुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी। इसलिए नियमों का ध्यान रखकर संचालन करें। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर ने डीजे संचालकों को ध्वनि प्रदूषण नियम 2000, कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 एवं सुप्रीम कोर्ट एवं मान हाई कोर्ट के द्वारा समय-समय पर दिए गए निर्देशों, मापदण्डों एवं गाइडलाइनों का पालन अनिवार्यता पालन करने को कहा।
डीजे के तीव्र ध्वनि विस्तारक से बुजुर्ग एवं हार्ट पेशेंट के लिए खतरा बढ़ जाता है। बैठक में अपर कलेक्टर आईएल ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, संदीप मित्तल, एसडीएम प्रशांत कुशवाहा व जिले के डीजे संचालक उपस्थित थे। इसलिए नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई कीजाएगी। न्यायालय, शैक्षणिक संस्थान, सार्वजनिक स्थल जैसे कि ऑडिटोरियम, होटल, जन प्रतिक्षालय, सभा केन्द्र, लोक कार्यालय, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, पुस्तकालय खुला मैदान, अस्पताल, लाइब्रेरी एवं शासकीय आवासों में किसी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग वर्जित किया गया है। नगर पालिका के सभी ध्वनि विस्तारक यंत्रों के संचालक संबंधित नगर पालिका में अपना पंजीयन कराएंगे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में डीजे संचालक अपना पंजीयन संबंधित एसडीएम कार्यालय में पंजीयन करायेंगे।
रात 10 से सुबह 6 बजे तक लाउड स्पीकर पर पाबंदी सभी त्योहारों, सांस्कृतिक, मनोरंजन कार्यक्रमों अन्य प्रकार के उत्सव के दौरान डीजे संचालक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग अनुविभागीय दंडाधिकारी से अनुमति प्राप्त करने के पश्चात ही करेंगे। बिना अनुमति प्राप्त किए ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रात्रि को 10 बजे से सुबह 6 बजे के मध्य ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाना पूर्णतः प्रतिबंधित है। मानक स्तर से अधिक ऊंची आवाज में यदि ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाया जाता उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आयोजक एवं डीजे जिम्मेदार होंगे। किसी भी कार्यक्रम के अनुमति के साथ डीजे की अनुमति लेना भी आवश्यक होगा। उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई।