– डोंगरगढ़ क्षेत्रवासी परेशान है पेयजल एवं निस्तारी के लिए भी क्षेत्रवासियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रही है अगर यहि हाल रहा तो बढ़ती गर्मी के साथ जल संकट की समस्या और गहराने की संभावना है राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरोव के माध्यम से डबल फसल को लेकर दिशा निर्देश जारी किया गया था कि इस वर्स डबल फसल नही लेना है खासकर धान के फसल को मनाही किया गया था इसके बाद भी डबल फसल लिया जा रहे है जो जलस्तर गिरने का मुखय कारण माना जा रहा है हमारे संवाददाता ने आज प्रभावित ग्राम पंचायत मुसरा पहुँच के जल समस्या का पड़ताल किया
- पिछले 6 माह से बारिश नहीं व किसानों के द्वारा शासन के द्वारा डबल फसल के मनाही के बाद भी धान की खेती की वजह से जलस्तर लगातार नीचे गिरते जा रही है ग्राम मुसरा के समीप तलाबों के जल स्तर भी गिर चुका तलाब शुख रहे है अस पास के नलकूप का जल स्तर भी नीचे ज चुका है बारिशकम होने की वजह से लगातार नीचे जा रही है जिससे आने वाली गर्मी के दिनों में जल संकट गहराने की अपार संभावना है जिससे क्षेत्रवासी काफी परेशान है सरपंच श्रीमती गायत्री टेमभुरकर ने कहा कि पीएचई विभाग को अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक उनके द्वारा कुछ नही किया गया है पंचायत के माध्यम से टैंकर लगाकर लोगो को पानी दिय्य जा रहा है ।बता दे कि गर्मी से राहत पाने के लिए कूलर एवं अन्य उपकरणों पर भी पानी की आवश्यकता पड़ती है पेयजल के लिए पानी की समस्या हो रही है तो गर्मी से राहत पाने के लिए भी पानी की आवश्यकता है हैंड पंप नलकूप में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। पानी की कमी के चलते अन्य फसल फसल भी चौपट हो चुका है गॉव के बजरंग साहू ने कहा कि पिछले 6 माह प्रयाप्त बारिश नहीं होने की वजह से कृषि हेतु उपयोग होने वाली नलकूप में लगातार जल स्तर में गिरावट होने की वजह से सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी नहीं मिल पाने से क्षेत्र के दर्जनों गांव में चना गेहूं सोयाबीन एवं सब्जी के फसलों का फसल पूरी तरह से चौपट हो चुका है जिससे किसानो को भारी नुकसान हुआ है किसान अब शासन से मुआवजा का भी मांग कर रहे हैं।
अन्य कार्यों के लिए भी पानी नहीं मिलने से काम अटक गया है
युवा व्यापारी शंकर साहू ने कहा कि गर्मी के दिनों में मकान बनाने का कार्य जोरोंशोरो से चलता है क्षेत्र के ग्रामीण कृषक एवं मजदूर वर्ग के लोग कृषि कार्य से छुटकारा पाकर मकान बनाने का कार्य करते हैं प्रधानमंत्री आवास में भी सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों को आवास की स्वीकृति प्राप्त हुई है परंतु पानी की समस्या के चलते मकान बनाने का कार्य भी अधिकांशतः बंद हो चुका है साथ ही गर्मी के दिनों में शादी का का भी मुहूर्त अधिक होता है शादियों में पानी की समस्या के चलते गरीब परिवारों के शादी में जल संकट किसी आपदा से काम नहीं है। इसी प्रकार से ग्राम के पंच कौशल सोनी ने कहा कि क्षेत्रवासियों को प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता जरूरत है ताकि
जल संकट से छुटकारा पाने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत में पानी टैंकर की व्यवस्था एवं पर्याप्त पानी सप्लाई करने के लिए ग्राम पंचायतो को संसाधन का व्यवस्था करने की आवश्यकता है जिससे इस जल संकट कुछ हद तक छुटकारा मिल सके पंच शिव टेमभुरकर ने कहा कि सरपंच के द्वारा पीएचई को अवगत कराया गया है लेकिन विभाग के द्वारा किसी प्रकार का कोई भी सहयोग पंचायत को नही मिल रहा है।