शिक्षक एवम् बिल्डिंग के आभाव में नौनिहाल
एक ही कमरें में दो दो क्लास, पूरे स्कूल में एक ही शिक्षक -अश्वनी यदु

पंडरिया।स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाने बड़े बड़े टेंट बड़े बड़े बैनर लग रहे हैं। बड़े नेता शाला प्रवेश उत्सव में बड़ी बड़ी ज्ञान की बातें बता रहे हैं।सायकल वितरण जैसे आयोजन हो रहे हैं।लेकिन उस स्कूल के छात्र छात्राओं को क्या चाहिये इस विषय पर कोई चर्चा ही नहीं हो रहा है।जनपद पंचायत पंडरिया के सभापति अश्वनी यदु ने कहा कि पंडरिया विकासखंड के प्राणखैरा गांव में स्थित स्कूल के एक ही कमरे में दो – दो क्लास के बच्चे पढ़ रहे हैं।पहली से पांचवीं तक संचालित इस स्कूल में पढ़ाने के लिये सिर्फ एक ही शिक्षक हैं।शहरों में आत्मानंद स्कूल खुल जाने से शिक्षा का स्तर सुधर जायेगा। ये सोचना उचित नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों की शिक्षा व्यवस्ता पूरी तरह से गर्त में चला गया है। एक ही कक्षा में पहली, दूसरी लगे। दूसरे में चौथी – पांचवी लगे।अब सोचने वाली बात ये है कि छात्र किस असमंजस के साथ पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं पांच क्लास के लिऐ एक शिक्षक ही उपलब्ध है।शिक्षक एक क्लास में पड़ा रहे हैं, तो बांकी क्लास में पढ़ाई नहीं होती हैं।शिक्षक बच्चों को ढूंढते फिरे या बच्चों को पढ़ाये।आज छत्तीसगढ़ मूल भूत आवश्यकताओं से दूर जाता जा रहा है। हम सबको चाहिये अच्छा स्कूल,अच्छा अस्पताल, अच्छी सड़कें, महिलाओं को सुरक्षा मगर सरकार इन सबके अलावा और कहीं फोकस कर रही है।आगे अश्वनी यदु ने कहा कि जल्द उक्त विषय को लेकर जिला शिक्षा आधिकारी जी से मांग करेंगे।