ओछी मानसिकता और राजनीतिक दिवालियेपन की वजह से पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने किया अनर्गल बयानबाजी – चंचल यादव

सेलूद। ग्राम पंचायत सेलूद के उपसरपंच चंचल यादव ने विज्ञप्ति जारी कर बताया जी कुछ दिन पहले पाटन के विधायक भूपेश बघेल जी शासकीय स्कूलों में अपने प्रतिनिधियों की नियुक्ति किए है। उस परिपेक्ष्य में उन्होंने ग्राम के उपसरपंच होने के नाते अपने विचार पत्र पत्रिका में लिखकर ग्रामीण व्यवस्था की बात कही थी।किसी पार्टी विशेष होने नाते उन्होंने टिप्पणी नही किया था।

स्वतंत्रता संग्राम की पावन धरती में जन्मे और विकाश की गाथा लिखने वाले वीर पुरुषों के सम्मान को ध्यान में रखकर अपनी प्रतिक्रिया दिया था। चूंकि सेलूद की धरती को सजाने संवारने अपनी बलिदान देने वाले परिवारो से नियुक्ति होनी चाहिए इस बात के लिए उन्होंने जोर देकर कहा था। इस बात को पार्टी विशेष की बात सिद्ध करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमति जयश्री वर्मा ने उनके ऊपर गंभीर रूप से समाचार पत्र के माध्यम से विरोध प्रगट करते हुए अनर्गल बयान बाजी कर रही है l चूंकि उनके द्वारा दिये गए बयान को पार्टी विशेष का नाम देकर सच्चाई छुपाना चाह रही है। उन्होंने कहा की वे सेलूद के सम्मान में अपनी भावना व्यक्त किया था जिसे लीपापोती करके छिपाने का प्रयास कर रही है।

लेकिन सेलूद की जनता जागरूक है सब देख रही है समय आने पर जबाव देना जानती है। अपने कृत्य को छुपाने के लिए मुझ पर दोषारोपण कर रही है।सेलूद की जनता सब देख रही है सब जान रहि है l सेलूद के कांग्रेस पार्टी को अपने घर की बपौती मानकर कार्यकर्तावो का इस्तेमाल कर रही है। चंचल यादव ने कहा की वे जिस कांग्रेस पार्टी के समर्थित पंचो के समर्थन के माध्यम से उपसरपंच बना है उन सभी पंचों का सदा आभारी रहेगा। उन्होंने राजनीतिक द्वेष राग के सेलूद वासियो की भावना के अनुरूप उपसरपंच होने के नाते अपनी बात कही है।

चंचल यादव ने आगे कहा है की ।पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने अपनी ओछी मानसिकता का परिचय देते हुए जितनी भी अनर्गल बाते प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहि है वो सारी बाते बेतुका है। सत्ता शासन चली जाने की वजह से वे अपनी मानसिक संतुलन खो चुकी है। उन्होंने सवाल किया की श्रीमती जयश्री वर्मा बताये कि ग्राम पंचायत सेलूद को स्थानीय विधायक जो कि सर्वोच्च पद मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होते हुए भी सेलूद के विकास के लिए सेलूद ग्राम पंचायत फंड में कितनी राशि दिया है। जिस गांव ने बिना मुख्यमंत्री रहे व्यक्ति को छ सौ पचास वोट देकर विजयी बनाये उस गांव की जनता के सुविधा के लिए इन पांच सालों में ग्राम पंचायत सेलूद में कितनी राशि अपने नेता से आबंटित करवाये है।

उन्होंने आरोप लगाया है की जो मांग पत्र सेलूद पंचायत की ओर से प्रेषित किया जाता था उसको मुख्यमंत्री के पास पहुंचने से पहले इन्ही लोगो के द्वारा फाड़कर फेक दिया जाता था। मांग पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच ही नही पाता था। तो बताये सेलूद की जनता के विकास का दोषी कौन है ? उसका परिणाम हुआ कि मुख्यमंत्री रहते मात्र एक सौ वोट ही विधानसभा चुनाव जीत पाए। विधायक प्रतिनिधि के नियुक्ति पर सवाल इसलिए उठाया कि क्या सेलूद की वीरभूमि में कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई भी योग्य व्यक्ति नही बचा है। जिसे प्रतिनिधि बनाया जा सके। उसे भी मालूम है कि सेलूद सहित आसपास के स्कूल जो कि सेलूद संकुल के अंतर्गत आता है।उसके अंतर्गत गांव के कोई भी प्रतिनिधि बन सकता है। पर नैतिकता कहती है कि सेलूद ग्राम में स्थापित स्कूल में सेलूद के किसी भी कांग्रेसियों को प्रतिनिधि नियुक्त करना था।

चंचल यादव ने कहा की उन पर सवाल करने वाली श्रीमती जयश्री वर्मा बताये कि दो बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ी है दोनों बार सेलूद की जनता ने क्यो स्वीकार नही किया ? अपनी नाकामी छुपाने के लिए दूसरों पर सवालिया निशान कमजोर व्यक्ति लगाते है। ये साबित भी हो गया।

उन्होंने आगे कहा की किसानों की वाहवाही लूटने के लिए आज घुमन्तु जानवर को व्यवस्थित करने की राग अलापने वाले लोग पहले ये बताये कि पांच साल तक सत्ता में रहते हुए पशुओं की व्यवस्था क्यो सुधार नही कर पाए। क्यो खुले में पशुओं को मरने के लिए छोड़ गए। चंचल यादव ने आरोप लगाया है की गौठान योजना को भ्रस्टाचार का अड्डा बना के रखा था।पशुओं की व्यवस्थापन के लिए जो राशि मिलता था वो भ्रस्टाचार की भेज चढ़ जाति थी।

ये लोग जनता को बताये कि सड़क पर बैठे पशुओं की वजह कितने जाने जनता ने गवाई है। उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ? क्षेत्र की जनता ने नकार दिया तो गांव में पहले की तरह अब भी पशुओं के ऊपर राजनीति करने से बाज नही आ रहे है।सिर्फ जयश्री वर्मा किसान नही है वे भी किसान है। व्यवस्था दुरुत्त हो वे भी चाहता हूं किंतु वे यादव कुल में जन्म लिए है इसलिए पशुओं को भूखे प्यासे मरते नही देख पाने के कारण व्यवस्था दुरुत्त करने की बात कही थी जिसे तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है।

उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी देश मे राज करने वाली चिंतनशील पार्टी है। देश को विकास के पथ पर ले जाने वाली पार्टी बताने वाले ये बताये कि देश और प्रदेश की जनता ने फिर क्यो ठुकरा दिया।क्यो अपने अस्तित्व बचाने के लिए गली गली गांव गांव की खाक छान रहि है। जब आपने देश प्रदेश को विकास की पटरी पर लाया है तो आप पिछड़ क्यो गए।


उन्होंने कहा की आर्थिक लाभ व पद लोलुप्ता के लिए कौन काम करता है ये मुझसे ज्यादा आपकी कौन जान सकती है। अपने फायदे के लिए कितनो की राजनीतिक बलि चढ़ाने वाले लोगो के मुह से राजनीतिक सुचिता शोभा नही देती। सेलूद के किसी भी कांग्रेसी को पूछ लो जो भुक्त भोगी है उससे अच्छा और कौन बता सकता है आपके बारे में। आपके गंदी राजनीतिक सोच की वजह से ही उसे जेल जाना पड़ा है ये सेलूद की जनता बता देगी।

उन्होंने श्रीमती वर्मा के पति जवाहर वर्मा पर टिप्पणी करते हुए कहा की उनके नेतृव की वजह से ही स्वतंत्रता संग्राम की पुण्य धरती बदनाम हो कर रह गयी है। आज ग्राम सेलूद अतिसंवेदनशील ग्राम में गिना जाने लगा है।आपको याद हो न पर जनता को सब याद है कि कुछ वर्षों पूर्व किस तरह से आपके पति की वजह से आज के वर्तमान सांसद और वर्तमान विधायक के बीच रेस्ट हाउस सेलूद के पास वाद विवाद हुआ था और उस दिन से सेलूद अति संवेदनशील बनकर रह गयी जो कि सेलूद वासियो के शर्मनाक घटना बनकर याद किया जाता है।आप दोनों की राजनीतिक कुटिलता की वजह से सेलूद की शांत धरती राजनीतिक विवादों की धरा बन गयी है।

उन्होंने कहा की मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाकर आप बच नही सकते।आरोप तो आपके पति जवाहर वर्मा जी के ऊपर भी लगा था जब सेलूद सोसायटी के अध्यक्ष रहते 700 कट्टा धान की चोरी हुई थी। अभी और खानगी निकेल सकती है जब केंद्रीय वृहताकार समिति दुर्ग जिला में किये हुए कार्यकाल की जांच होगी। ऐसी क्या बात हो गयी थी जो आधे समय मे इस्थिपा देना पड़ा था। एक एक कारनामो का जवाब जनता लेगी।