कृषि विभाग के अधिकारियों के लापरवाही के कारण रागी का फसल लेने वाले किसान मुसीबत में, फसल में लगी बीमारी, एक माह से फोन लगा रहे है किसान, लेकिन गावों में नहीं पहुंच रहे अधिकारी, शासन के योजना का अधिकारी लगा रहे पलीता, पढ़िए क्या है पूरा मामला


पाटन। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का प्रयास है की प्रदेश के किसान समृद्ध हो। लगातार वे किसानों के हित में एक से बढ़कर एक योजना को अमलीजामा पहना रहे है। लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी उनके ही विधानसभा क्षेत्र में उसके महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगाते नजर आ रहे है। मामला ग्राम दरबार मोखली  सहित आसपास के गांव से जुड़ी है। कुछ किसानों ने रागी का फसल लिया है। सफल में बीमारी का प्रकोप फेल रहा है। किसानों ने कृषि विभाग के मैदानी अमला को इसकी जानकारी फोन के माध्यम से दी। लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी ने मौके पर जाना मुनासिब नहीं समझा। किसानों ने बताया की उनके द्वारा फोन पर ही बता दिया जाता है की कोई भी दवाई डाल दो। किसानों के लिए रागी का फसल नया है इस कारण किसान भी कौन से दवाई डाले इसे लेकर असमंजस में है।

मुख्य्मंत्री के गृह विधानसभा पाटन के ग्राम दरबार मोखली में किसान जितेंद्र बंछोर, सेमरी में यशवंत नायक, कसही  में मुकेश ने एक एक हेक्टेयर में रागी का फसल लिया है। बता दे की इन किसानों को रागी का फसल लेने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों ने प्रेरित किया। इस समय किसानों को आश्वशत्त किया गया था की कृषि विभाग के अधिकारी लगातार फसल का मानिट्रिंग करेंगे। इसके बाद जैसे तैसे किसान तैयार हुवे। जिस समय सफल लगाई गई उस समय कृषि विभाग के उपसंचालक सहित अन्य अधिकारियों ने किसानों के खेतो तक जाकर फसल को देखा था। उसी समय कृषि विभाग के वरिष्ट अधिकारियों ने विभाग के मैदानी अमला को निर्देशित किया था की। इसके बाद शुरू शुरू में कृषि विभाग का मैदानी अमला किसानों से संपर्क कर फसल की जानकारी लेता रहा। किसानों का कहना है की अभी रागी के फसल में कीट प्रकोप बढ़ रहा है। इसकी जानकारी फोन के माध्यम से किसानों ने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी को दिए है। लेकिन उनके द्वारा किसानों को कीट प्रकोप का परामर्श भी नही दिया जा रहा है। जिसके कारण किसानों को फसल खराब होने की चिंता सता रही है।

कलेक्टर के पास फरियाद लेकर जाएंगे किसान
किसान जितेंद्र बंछोर ने बताया कि राज्य सरकार के किसान नीति काफी अच्छी है। लेकिन रागी का फसल लेने के बाद अधिकारियों का समय पर मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण अब परेशानी बढ़ गई है ।उन्होंने कहा कि जितने भी आसपास के किसान रागी की फसल ले रहे हैं वह कलेक्टर के पास जाकर इसकी जानकारी देंगे । बता दें कि किसानों ने राज्य सरकार की नीतियों का पालन करते हुए एवं अधिकारियों के द्वारा प्रेरित करने के कारण रागी का फसल लेने के लिए तैयार हुए हैं लेकिन अब समय पर किसानों को  कृषि विभाग के अधिकारियों का मार्गदर्शन नहीं मिलने से किसान थोड़ा सा परेशान नजर आ रहे हैं।