आशीष दास
कोंडागांव/बड़ेडोंगर । ज़िले में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए गांव-गांव में प्रशासन की ओर से स्कूल तो खोल दिया गया है। मगर स्कूलों में शिक्षक देना शिक्षा विभाग भुल गया। शिक्षकों की भर्ती नहीं होने और विषयवार शिक्षक नहीं होने के कारण समय पर कोर्स पूरा नहीं हो रहे हैं। शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था के चलते शिक्षकों की कमी के बीच सत्र पूरा करने का इस साल भी दंभ भरा जा रहा है।विद्यालय में कक्षा नवमी व दसवीं की गणित की पढ़ाई पूरी करने लिए शिक्षक नहीं हैं। जिले के कई स्कूलों का यही हाल है। गणित विषय के शिक्षक नहीं हैं, और न ही इस पद पर शिक्षा विभाग की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होने से नवमी और दसवीं के बच्चों की पढ़ाई चौपट हो रही है।

मामला चांदाबेड़ा हाई स्कूल का है_ यह मामला विकास खंड फरसगांव के सुदूर अंदरुनी क्षेत्र के शासकीय हाई स्कूल चांदाबेड़ा का है जहां सत्र के प्रारंभ से ही विद्यालय शिक्षकों की कमी का दंश झेल रहा है। ग्रामीण शिक्षकों की मांग करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन इस समस्या का आज तक कोई निराकरण नहीं हुआ।
यही कारण है कि पालक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने हो रहे मजबूर_- इस विषय पर जनपद सदस्य राघो बाई, सरपंच सविता सलाम, सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र कुमार सलाम, पंच सुखदेव नेताम, सुरेंद्र ठाकुर, नवलू राम सलाम ने बताया कि शिक्षकों की कमी का मांग करते हुए हम सभी जनप्रतिनिधि छात्र छात्राओं को लेकर कलक्टर ऑफिस में गए थे जहां शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा हमें कलक्टर से मिलने नहीं दिया गया और 2 दिन में शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया गया। इस विषय में आदेश भी जारी शिक्षक देवेंद्र दिवान को उक्त विद्यालय में पदस्थ किया गया था लेकिन 2 माह बीत जाने के बावजूद शिक्षक आज पर्यंत स्कूल में नहीं पहुंचा। सूत्रों से पता चला है कि जिस शिक्षक को उस स्कूल में पदस्थ किया गया था वह शिक्षक अपना स्वास्थ्य का हवाला देते हुए ट्रांसफर को कैंसिल करा लिया। उन्होंने आगे कहा कि सत्र समाप्ति की ओर है लेकिन कक्षा नौवीं दसवीं के छात्र छात्राओं को गणित का एक पाठ भी आज तक पढ़ाया नहीं गया जिससे स्कूल में पढ़ाई प्रभावित हो रही है, यही कारण है कि पालक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने मजबूर हो रहे हैं।
क्या कहते हैं संबंधित अधिकारी- इस विषय पर जिला कलक्टर दीपक सोनी का कहना है कि उक्त विषय की जांच करवाते हुए समस्या का उचित समाधान करवाते हैं।जिला शिक्षा अधिकारी अशोक पटेल का कहना है कि फाइल ऑलरेडी जिला पंचायत सीईओ साहब के पास पुट ऑफ हुई है मैं अभी जिले से बाहर में हूं। पता करता हूं कि उस मामले का क्या हुआ फिर बताता हूं।