दुर्ग। जिले में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रमुख संसाधन केंद्र (केआरसी) लेवल -3 के 4 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग व समर्थन सेंटर फॉर डेवलेपमेंट सपोर्ट द्वारा होटल कैम्बियन में 02 फरवरी को समाप्त हुआ। इस कार्यक्रम में 20 गांव के 55 प्रतिभगियों ने भाग लिया था। 4 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में जल जीवन मिशन के विभिन्न घटकांे का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को गांव में चल रहे जल जीवन मिशन के अंतर्गत विकास कार्य से जुड़ी जानकारी दी गईं, जिसमे जल शुद्धता, जल गुणवत्ता, जल संरक्षण इत्यादि जमीनी हकीकत से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया गया।
जिससे भविष्य में होने वाले जल संकट से निपटने के लिए ग्रामीण चुनौतियों का सामना कर सके। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से ग्राम सभा मे सरपंच, सचिव व ग्राम समितियों की भूमिका व उनके अधिकारों की जानकारी दी गई। जिससे भविष्य में होने वाले ग्राम सभाओं में वे अपनी सकारात्मक भूमिका निभा सके।


04 दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर सभी प्रतिभागियों को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रतिभागियों ने काफी सराहना की, उनका मानना था कि यह प्रशिक्षण उनके जीवन के साथ गांव में बदलाव लायेगा। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता एफ. सी. बोरकर, सहायक अभियंता सुसन जैकब, मान. चित्रकार गीता स्वर्णकार, समेत जल जीवन मिशन के जिला समन्वयक उपस्थित रहे।
