प्रकृति से धरती को मिली अमलतास की सौगात…प्राकृतिक झूमर से सज गई सड़कें, लोगों को कर रहे आकर्षित

पंडरिया।नगर व वनांचल में इन दिनों अमलतास के पेंड पर आकर्षक फूल नजर आ रहे हैं। अमलतास के पौधों में पीले झुमरनुमा फूल निकल आये हैं।वनांचल क्षेत्रों में इन दिनों अमलताश के फूल लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।इसका गुच्छेदार झूमर के आकार वाले पीले फूल सुंदर व बहुत ही आकर्षक होता है।पलास की लालिमा के बाद अब वनांचल में पीले अमलतास की छटा दिखाई पड़ रही है।
अमलतास का पेड़ 5 से से लेकर 15 फिट तक ऊंचा होता है।गर्मी के दिनों में इनमें फूल निकलते हैं।


आयुर्वेद के गुणों वाला होता है अमलतास-अमलतास पेड़ का आयुर्वेदिक महत्व है।अमलतास के पौधे अनेक रोगों में काम आता है। अमलतास पेड़ के छाल, फूल व पत्तियां भी उपयोगी होती है।वैद्यराज गिरजा कुमार शुक्ला ने बताते हैं कि कि अमलतास पेट संबंधी कब्ज,बुखार,
दाद, खाज, खुजली और जलन में फायदेमंद होता है।इसके अलावा शरीर में
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में सहायक होता है।शरीर के फोड़े फुंसी को खत्म करता है।डायबिटीज के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।अमलतास के फूल,छाल,पत्तियां व बीज सभी का उपयोग दवाइयों के रूप में होता है।