अंडा।छत्तीसगढ़ सहित दुर्ग जिले के अधिकांश कस्बों, शहरी बसाहटों में देवार जनजाति का निवास है, जो मूलतः घुमंतू होने के साथ ही समय-समय पर अन्य स्थानों पर जाकर डेरा, टपरी, झोपड़ी आदि बनाकर निवास करते हैं ।परंतु वर्तमान में स्थाई रूप से अपनी अलग बस्ती बसाने लगे हैं ।अब वे निरंतर डेरा से बसेरा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। ऐसे में उनके बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोलिहापुरी के नवाचारी शिक्षक व प्रधान पाठक राम कुमार वर्मा ने कोलिहापुरी ग्राम के देवार समुदाय के पालकों, माताओं से निरंतर संपर्क कर बच्चों की शिक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। शाला समय के अतिरिक्त पालकों से संपर्क कर बच्चों की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा हेतु निरंतर नकल लेखन, पहाड़ा लेखन, लिखावट में सुधार तथा मौलिक रूप से लेखन का प्रयास इनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से सुनिश्चित किया गया है । इसमें समुदाय के पालक संजय मरकाम, सक्रिय माता चंद्रकला मरकाम, गरीबी मरकाम,आसीन मरकाम आदि ने बच्चों की शिक्षा के लिए सक्रियता से सहयोग कर रहे हैं।

- May 12, 2023