बलराम यादव
पाटन।। दुर्ग जिले में बिजली व्यवस्था और बेहतर होगी। बुधवार को पाटन के पंदर में 220 केवी क्षमता का एक और सब स्टेशन शुरू हो जाएगा। जिले में इतनी क्षमता का यह दूसरा सब स्टेशन है। इसके बनने से आगामी 10 वर्ष तक बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिल सकेगी। साथ ही पाटन, रायपुर का कुछ क्षेत्र व धमतरी जिले के कुरुद क्षेत्र में बिजली व्यवस्था इंटर कनेक्ट हो जाएगी। किन्हीं कारणों से एक और से बिजली आपूर्ति बंद होने पर दूसरी ओर से बिजली आपूर्ति बहाल करने में आसानी होगी,। दुर्ग जिले में करीब पांच लाख
बिजली उपभोक्ता हैं। लगातार यहां बिजली की खपत में वृद्धि हो रही है। वहीं इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी काम हो रहा है। इसी के तहत अहम काम पाटन में हुआ है। यहां पर 62 करोड़ की लागत।से जिले का दूसरा 220 केवी क्षमता का सब स्टेशन बनाया गया है। इसे 400 केवी अति उच्चदाब सब स्टेशन कुरुद से जोड़ा गया है।
यह होगा फायदा:
पाटन में 220 केवी क्षमता का अति उच्च दाब वाला सब स्टेशन शुरू होने से पाटन, अमलेश्वर, अंडा, जामगांव, अर्जुनी व भखारा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति अबाधित हो सकेगी। वहीं आगामी दस साल के संभावित लोड के मुताबिक आपूर्ति हो सकेगी। भिलाई को भी यहां से कनेक्ट किया जा सकेगा। पाटन के ग्राम पंदर में मंगलवार को सब स्टेशन में टेस्टिंग का काम चलता रहा। विभाग एक दिन पहले ही चार्ज की गई।
220 केवी क्षमता का अति उच्च दाब वाला सब स्टेशन शुरू हो जाएगा। यहां पर 160 एमवीए क्षमता के दो ट्रांसफार्मर लगाए गए है। यहां पर बिजली आपूर्ति 22 किलोमीटर दूर धमतरी जिले के कुरुद स्थित 400 केवी क्षमता के अति उच्च दाब वाले सब स्टेशन से लाई गई है।

जिले में पावर सब स्टेशनों की स्थिति
कंपनी का 400 केवी क्षमता के अति उच्च दाब वाले चार सब स्टेशन प्रदेश में हैं। इनमें से एक खेदामारा भिलाई में है। वहीं 220 केवी क्षमता का एक सब स्टेशन भिलाई में है। इसके अलावा 132 केवी क्षमता का सब स्टेशन भिलाई, छावनी, रुआबांधा, पाटन, कुरुद, पुलगांव व रसमड़ा में है।