शासकीय चंदूलाल चंद्राकर आर्ट्स एवं साइंस कॉलेज मे अंग्रेजी विभाग द्वारा अंग्रेजी मे कम्युनिकेशन के सन्दर्भ प्रोग्राम का आयोजन किया गया था। इस प्रोग्राम मे मुख्य अतिथि के रूप मे सहायक प्राध्यापिका अंग्रेजी विभाग आदरणीया पी वसंथाकला मैम थी जो कि पाटन महाविद्यालय मे पूर्व सहायक अध्यपिका रह चुकी है जो कि वर्तमान मे शासकीय दानवीर तुलाराम स्नातकोत्तर महाविद्यालय उतई मे शिक्षण कर रही है साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप मे महाविद्यालय परिवार कि आदरणीय प्राचार्य महोदया डॉक्टर नंदा गुरुवारा, अंग्रेजी विभाग के विभागध्यक्ष सहायक अध्यापक शैलेश कुमार मिश्रा, सहायक अध्यापिका सुश्री रागिनी साहू, अतिथि शिक्षक डॉक्टर परमानन्द सिन्हा एवं मनमोहन साहू सर आदरणीय डॉक्टर साधना राहटगांवकार सहायक प्राध्यापिका हिंदी साथ अंग्रेजी विभाग के छात्र छात्राएं आराधना साहू, हेमवर्षा निषाद, प्रवीण कुमार, शुभम कुमार, टामेश ठाकुर, भूमिका साहू, नम्रता गिलहरे, गौरव जोशी, वर्षा साहू, आशीष चंद्राकर, महाकोशल पाटन के संवाददाता गोपीचंद देवांगन एवं बी ए, बीकॉम के छात्र उपस्थित थे
वसंथाकला मैम कहती है कि भाषा हमारे जीवन मे जीवन मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है चाहे वह कोई भी भाषा हो।
मैम बताती है कि अंग्रेजी भाषा आज एक सामान्य भाषा के रूप मे बन गया है जो विषय कि किताबे हमें हिंदी मे नहीं मिल पाती वाह अंग्रेजी मे उपलब्ध होती है साथ ही सभी विषयो कि किताबें अंग्रेजी भाषा मे आने लगी है और यही भाषा आज हमारी वैश्विक भाषा बन चुकी है अगर आप अंग्रेजी भाषा जानते है तो आपको समाज मे एक अलग दर्जा दिया जाता है इस भाषा से हम किसी अन्य भाषा के कला और संस्कृति को जान सकते है भाषा हमें हमरे जीवन मे एक नया मार्ग दिखाती है साथ ही दैनिक जीवन मे हम अंग्रेजी भाषा का उपयोग कर रहे है
मैम कहती है कि अंग्रेजी भाषा सीखने के 4 मुख्य चरण होते है– जिसमे 1 पढ़ना, 2 लिखना, 3 बोलना, 4 सुनना ये चार चरण हमारे अंग्रेजी सीखने मे सहायक होता है साथ ही बार बार अभ्यास करने से भाषा कि महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है इससे हमें भाषा कि विभिन्न जानकारिया प्राप्त होती है।