आजादी के महोत्सव के तहत छात्र-छात्राओं के बीच निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

आशीष दास

कोंडागांव/बोरगांव । आजादी का महोत्सव किसी विशेष जाति, धर्म अथवा राज्य नहीं बल्कि संपूर्ण भारत के लिए महत्वपूर्ण है। इस राष्ट्रीय महोत्सव के दौरान सभी सरकारी भवन और घरों पर तिरंगा फहराया गया और कुछ जगहों पर रैलियां भी निकाली गई, ताकि इसका महत्व लोगों तक पहुंचया जा सके। स्कूल के बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर अपनी कला के माध्यम से आजादी का महोत्सव मानाए। इसके लिए स्कूलों में अच्छे से तैयारी की गई थी। बच्चों को आजादी के संघर्ष की कहानियां भी बताई जा रही थी।

इसी पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आलोर में बच्चों के बीच निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस निबंध प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान पर कु.ललिता कक्षा 12 वीं एवं द्वितीय स्थान पर कु.भारती कक्षा 10 वीं की रही साथ ही चित्रकला प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान पर कु.देविका कक्षा 12वीं व द्वितीय स्थान पर संजय कुमार रहा।

इस दौरान संस्था के प्राचार्य ललित सिन्हा ने छात्रों को अवगत कराया कि भारत को आजाद कराने के लिए किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और क्या-क्या कुर्बानियां भारत को देनी पड़ी। यह आज की छात्र छात्राओं व युवा पीढ़ीयों को जानना जरूरी है। साथ ही यह भी कि आने वाले समय में किन चुनौतियों का सामान करना पड़ेगा। हालांकि किताबों और स्कूल में पढ़ाए गए पाठ से उन्हें आजादी के बारे में बहुत हद तक कुछ जानकारी मिल जाती है लेकिन वह करीब से इसकी संघर्ष की कहानी को नहीं जानते हैं। इतिहास की बहुत सी बातें पाठ्यक्रम में नहीं, जिन्हें जानना या बताना जरूरी है।

यह प्रतियोगिता झुलन तारक एवं ललिता राव के मार्गदर्शन मे समपन्न हुआ। विजिताओ को प्राचार्य ललित सिन्हा द्वारा पुरूस्कार प्रदान किया गया।