बलौदाबाजार/लवन – समर्थन मूल्य में धान खरीदी केन्द्रों से धान का परिवहन धीमी होने से फंड प्रभारियो के लिए चिंता का विषय बन गया है। फंड में ज्यादा समय तक धान डंप रहने से एक ओर जहां धूप के कारण धान सूख रहा है वही सप्ताह भर पहले से आसमान पर छाए बादल से ही बारिश के कारण धन खराब होने के कगार पर है।वही समर्थन मूल्य में धान खरीदी बंद हुए करीब ढाई माह बीत गए है, लेकिन अभी तक उपर्जान केन्द्रों में रखा हुआ धान का उठाव नहीं हो सका है। लवन शाखा में अभी भी दो लाख क्वींटल धान का उठाव नहीं हो पाया है। केन्द्रों में पड़ा हुआ धान में सुखत की समस्या के साथ ही साथ चूहों के कुतरने से समिति को बड़ा नुकसान होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। समितियों का कहना है कि वर्तमान में तेज धूप निकल रहे है, ऐसे में सुखत की समस्या बढ़ गई है। धान का रखरखाव के लिए समिति प्रबंधक परेशान व चितिंत नजर आ रहे है। उनका कहना है कि 43 डिग्री के तापमान में प्रति बोरा 2 से 3 किलों धान की शार्टेज आने लगेगी, जिससे समिति को लाखो रूपये का नुकसान उठाना पडे़गा।
उल्लेखनीय है कि जिला सहकारी बैंक लवन की शाखा लवन के अन्तर्गत 15 उपार्जन केन्द्र आते है। इन 15 उपार्जन केन्द्रों में हजारों क्वींटल धान जाम पड़ा हुआ है। जिससे समिति प्रबंधक परेशान हो रहे है। यहां के तिल्दा समिति में 35 हजार क्वींटल, कोयदा में 12 हजार क्वींटल, सरखोर में 27 हजार 700 क्वींटल, अहिल्दा में 20 हजार 7 सौ क्वींटल, कोहरौद में 28 हजार क्वींटल, लवन में 10 हजार 500 क्वींटल सहित खैरा, मुण्डा, भालूकोना, सिरियाडीह में धान जाम पड़ा हुआ है। धान परिवहन और उठाव के लिए सहकारी समिति कर्मचारी संघ के द्वारा हाईकोर्ट बिलासपुर में याचिका लगाई गई है। साथ ही उच्चाधिकारियों को सहकारी समिति के कर्मचारी संघ के द्वारा पत्र भी लिखा गया है। इसके बाद भी 2 लाख क्वींटल धान का उठाव नहीं हो सका है। वहीं इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में पिछले वर्षो की अपेक्षा ज्यादा धान की खरीदी हुआ है, इसलिए समिति प्रबंधकों की परेशानी भी बढ़ गई है। वही, इस वर्ष समय-समय पर मौसम बदलने के बाद बारिश भी हो रही है, बारिश से धान को बचाने के लिए समिति प्रबंधकों को तिरपाल का प्रबंध करना पड़ रहा है। जिससे समिति को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

हाईकोर्ट ने दिया था 30 दिन का समय
समितियो से मिलर धान नहीं उठा रहे है इससे जहां एक तरफ समिति प्रबंधक धान में नमी कम होने पर सुखा के लिए परेशान हैं। वही बदलते मौसम की वजह से धान खराब हो रहा है परेशान समिति प्रबंधको ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया कोर्ट ने 30 दिन में धान का उठाव करने का आदेश दिया है उसके बावजूद धान का उठाव नहीं के बराबर हो रहा है।
क्या कहते है शाखा प्रबंधक
शासन के द्वारा डी, ओ टी, ओ जारी नहीं होने के कारण धान का उठाव नहीं हो पा रहा है। केन्द्रो में धान जाम होने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दिया जा चूका है।
शिव कुमार साहू, शाखा प्रबंधक
जिला सहकारी बैंक, शाखा-लवन