जशपुर। दुलदुला सीएचसी का डॉक्टर नर्सिंग होम का कर रहा था संचालन, पुष्टि होने पर तहसीदार, बीएमओ और पुलिस ने संयुक्त रूप से की कार्रवाई, क्लीनिक को किया सीज
जशपुर जिले के दुलदुला में सीएचसी के डॉक्टर द्वारा संचालित नर्सिंग होम में प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान सरकारी सप्लाई की दवाइयां और बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवाइयां बरामद की गई है। इस प्रशासनिक छापामारी में बीएमओ और पुलिस के लोग भी शामिल रहे।
छापेमारी की कार्रवाई करने पहुंचे कुनकुरी तहसीलदार लक्ष्मण राठिया ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर उक्त कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि बिना किसी अनुमति के नर्सिंग होम जैसा क्लिनिक संचालित करने, मरीजों को भर्ती कर सरकारी सप्लाई की दवाइयों का कमर्शियल उपयोग करने सहित कई शिकायतों की पुष्टि के लिए निरीक्षण की कार्रवाई की गई। जांच के दौरान सरकारी अस्पताल में मुफ्त में बांटने वाली दवाएं, कुछ एक्सपायरी डेट की दवाइयां मिलने के साथ-साथ क्लिनिक संचालित करने की भी पुष्टि हुई है।

फिलहाल क्लिनिक को सीज कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस छापेमारी के बाद जिले का राजनीतिक पारा हाई हो गया। कुछ महीने पहले डॉ. मणिक महेश की शिकायत पर विधायक समर्थक एक व्यक्ति को 26 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था और विधायक के करीबी एक व्यक्ति को महीनों फरार रहना पड़ा था। जशपुर जिले के दुलदुला स्थित सीएचसी केंद्र में देर रात संसदीय सचिव और कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान हंगामा हो गया था।
आरोप है कि निरीक्षण में शामिल टीम के सदस्यों ने डॉक्टरों से मारपीट की। विरोध में देर रात ही दो डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा भी बीएमओ को सौंप दिया था। इसके बाद सुबह अस्पताल के सभी डॉक्टर और स्टाफ हड़ताल पर चले गए थे। पूर्व कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने मामले की जांच को लेकर अपर कलेक्टर के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। पूर्व कलेक्टर रितेश अग्रवाल व संसदीय सचिव यूडी मिंज और टीम निरीक्षण के लिए पहुंची थी।
कई लोगों पर लगा था मारपीट का आरोप
जांच के बाद टीम लौटने लगी तभी काले रंग की शर्ट पहने एक युवक दौड़ता हुआ आया और डॉक्टर को पीछे से मारता है। पूरी घटना भी सीसीटीवी में कैद हुई थी। इस मारपीट के बाद डॉ. महेश्वर माणिक और डॉ. नीतीश सोनवानी ने देर रात ही अपना इस्तीफा दे दिया था। जिले के सीएमएचओ डॉ. रंजीत टोप्पो ने बताया कि चिकित्सकों कमी को देखते हुए चिकित्सकों का इस्तीफा नहीं स्वीकार किया गया है।
छापेमारी कांग्रेस के बदले की कार्रवाई: विष्णुदेव साय
छापेमारी की कार्रवाई को लेकर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने इस कार्रवाई के कांग्रेस की बदले की राजनीति है। कांग्रेस की सरकार और प्रशासन ने प्रतिशोध की भावना से यह कार्रवाई की है।शासन और प्रशासन को अगर कार्रवाई ही करनी थी तो साढ़े 12करोड़ के घोटाला मामले में क्या कार्रवाई करनी थी। कोरोना काल में जिला अस्पताल में साढ़े 12 करोड़ का घोटाला हुआ था उसमे क्या कार्रवाई हुई शासन इसका जवाब दे।
ब्लॉक अध्यक्ष की शिकायत पर कार्रवाई: सीएमएचओ
जिले के सीएमएचओ डॉ. रंजीत टोप्पो ने बताया कि उनके और बीएमओ के पास दुलदुला के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद साय काफी समय पहले से लगातार शिकायत कर रहे थे कि बगैर लाइसेंस के नर्सिंग होम चलाने, शासकीय सप्लाई की दवाइयों को बेचा जा रहा हैं, जिसको लेकर एक जांच टीम बनाई गई है और जांच टीम के द्वारा ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है जो नर्सिंग होम एक्ट का उलंघन कर रहे है।