कुम्हारी । अनुसंधान संभावना और उन्नत शिक्षाशास्त्र के समकालीन रुझान विषय पर एक सप्ताह का संकाय विकास कार्यक्रम (10-15 जुलाई, 2023) एफएमएस विभाग द्वारा अॉन – अॉफ लाईन आयोजित किया गया जो कि ज्ञानार्जन और सक्रिय भागीदारी के साथ संपन्न हुआ । विकास संकाय के संयोजक डॉ.संजय यादव थे । प्राप्त जानकारी अनुसार विकास संकाय का आयोजन प्रतिभागियों को अनुसंधान के क्षेत्र में कुशल बनाने और उनकी शिक्षा शास्त्र में सुधार करने के उद्देश्य से किया गया था । संकाय की गुणवत्ता, उनके ज्ञान की गहराई और उनके शिक्षण की पद्धति छात्रों और समुदाय के मानकों को परिभाषित करती है । विशेष रूप से अनुसंधान के माध्यम से समुदाय और उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने ज्ञान, कौशल और शिक्षण पद्धति को अद्यतन करने के लिए संकायों को समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान करना काफी महत्वपूर्ण है। इस आवश्यकता को पूरा करते हुए, आईसीएफएआई संकाय विकास के सभी 6 सत्रों के विषयवार वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किया । संकाय विकास का पहला दिन “अनुसंधान समस्या की पहचान और परिकल्पना के विकास” विषय के साथ शुरू हुआ। विषय के वक्ता डॉ. रवींद्र त्रिपाठी, एमएनएनआईटी, प्रयागराज, यूपी थे। डॉ. रिका जोशी (एनआईटी, हामिदपुर) दूसरे सत्र की वक्ता थीं और उन्होंने “ब्रांडिंग में अनुसंधान के हालिया रुझान” विषय पर बात की। संकाय विकास के तीसरे सत्र का आरंभ प्रोफेसर एस. एन. रंगनेकर से हुआ जिन्होने “शोध पत्रों और उन्नत शिक्षाशास्त्र का विद्वत्तापूर्ण प्रकाशन” विषय पर चर्चा की। डॉ. अनुराग बहादुर सिंह (XIM, भुवनेश्वर) चौथे सत्र के वक्ता थे और उन्होंने “अनुसंधान अंतराल की पहचान” के बारे में चर्चा की। पांचवें सत्र का शुभारंभ डॉ. राजेश शास्त्री (एम एन एन आई टी, प्रयागराज, इलाहाबाद) के “अनुसंधान विधियों में समकालीन रुझान और सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान को एकीकृत करना” विषय पर भाषण के साथ हुआ । समापन सत्र के वक्ता डॉ. मिथलेश यादव (आई आई एफ टी, काकीनाडा, ए.पी.) ने “विभिन्न डेटा के लिए नियोजित किए जाने वाले सांख्यिकीय परीक्षण” पर चर्चा कर अपने विचार रखे ।
साप्ताहिक संकाय विकास कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों द्वारा उनके सीखने पर प्रतिक्रिया के साथ हुआ और इसमें आई सी एफ ए आई विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस. पी. दुबे, रजिस्ट्रार डॉ. मनीष उपाध्याय, डीन अकादमिक – डॉ. के. किशोर कुमार की उपस्थिति रही । इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. के. विनयन्ना राव, पूर्व वी.सी. थे। आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय, ए.पी. धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार द्वारा दिया गया ।

- July 18, 2023