दुर्ग ग्रामीण अंतर्गत ग्राम खेदामारा में उचित सलाह व देखभाल से फ़्रियांशी हुई सुपोषित

दुर्ग । मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण के आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ताओं के द्वारा नियमित गृहभेट कर उचित सलाह एवं पोषण व्यवहार से संबंधित जानकारी देते हुए परिवार को जागरूक कर रही हैं । अजय कुमार साहू बाल विकास परियोजना अधिकारी दुर्ग ग्रामीण ने बताया कि ग्राम खेदामारा केंद्र क्र 1 की बालिका फ्रियान्सी चतुर्वेदी माता चोमिन, पिता अनुज जन्म तिथि 8/6/2020 जन्म के समय बच्ची का वजन’ 2.800 किलोग्राम था ।जन्म के समय बच्चे का वजन सही था पर जैसे बच्ची 6 माह की हुई उसकी माँ पुनः गर्भवती हो गई ,जिससे फ़्रियांशी को ठीक से दूध ना मिलना और उपरी आहार भी बच्ची ठीक.से नहीं खा पाती थी। जिससे बालिका कुपोषण की श्रेणी में आने लगी । तभी मुख्य मंत्री सुपोषण अभियान के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सन्तोषी देवदास द्वारा बच्ची को गोद लिया गया । प्रतिदिन बच्चे के घर गृहभेट कर बच्चे को खाने में अतिरिक्त तेल डालकर खिलाना , रेड़ी टू इट का पौष्टिक लड्डू बना कर खिलाना , बाल संदर्भ सेवा शिविर के तहत डाक्टरो से सलाह और दवाई दिलाकर प्रतिदिन चर्चा करती ।

कंचन गौतम पर्यवेक्षक व कार्यकर्ता द्वारा बार बार ग्रहभेट के माध्यम से पालको से बातचीत कर समझाइस दी गई की बच्चे का देखरेख कैसे करना है,दिन भर में बच्चों को थोड़ा थोड़ा करके बार बार खाना खिलाया जाए, खाने में अतिरिक्त तेल ऊपर से डालकर खिलाये,रात में खाना खिलाकर सुलाये सुबह उठने के बाद 1 घन्टे के अंदर बच्चे को कुछ न कुछ अवश्य खिलाये।पालको ने सभी बातों को सुना और पालन किया।

जिससे बच्ची का वजन बढ़ने लगा।मार्च 2022 में बच्चे का वजन 10.500 ग्राम हो गया और फ़्रियांशी सामान्य श्रेणी में आ गई। वर्तमान में वजन 10.650 ग्राम.है। जो सामान्य है। इस प्रकार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के माध्यम से बच्ची सुपोषण की श्रेणी में आ गई है । परिवार बहुत खुश है ।