सावन का पहला सोमवार : ठकुराईनटोला में खारुन नदी के बीच भोलेनाथ का मंदिर आस्था का केंद्र…आज से लगेगी भक्तों की भीड़

खारुन नदी के बीच भोलेनाथ का मंदिर

ठकुराईन टोला में खारुन नदी के बीच मे स्थित भगवान भोलेनाथ का मंदिर लोगो को खूब आकर्षित करता है।सावन महीने में मंदिर के चारो ओर पानी से मंदिर की शोभा और बढ़ जाती है,लोग दूर दूर से आकर घंटो मंदिर को ही देखते रहते हैं।

पाटन से लगभग 6 किलोमीटर दूर ठकुराइनटोला में खारुन नदी के बीच भोलेनाथ का मंदिर आस्था का केंद्र है। राजिम में तीन नदियों के संगम में कुलेश्वर महादेव के मंदिर से आप वाकिफ होंगे। उसी तर्ज पर खरून नदी में निषाद समाज ने इस शिव मंदिर का निर्माण किया है। इस गांव में निषाद समाज के लोगों की बहुलता है। जानकारी के अनुसार 1941 में निषाद समाज के मुखिया (राजा) ने राजिम प्रवास के दौरान महानदी,सोंढूर और पैरी नदी के संगम में कुलेश्वर महादेव का मंदिर देखा। उसे देखकर उनके मन में यह बात आई कि ठकुराइन टोला में भी खारुन नदी और नाले के मध्य धारा में ऐसा ही मंदिर निर्माण किया जाए। उन्होंने निषाद समाज के प्रमुख लोगों से मंत्रणा की और निषादों ने आपसी सहयोग से मंदिर बनवाने की योजना बनाई।