तालाब गहरीकरण के लिए वन विभाग का नही मिला अनापत्ति प्रमाण पत्र, मनरेगा का काम नही हुआ शुरू, रोजगार के लिए भटक रहे ग्रामीणों ने वन विभाग का किया घेराव

केशव साहू की रिपोर्ट

डोंगरगढ़ – समीपस्थ ग्राम पंचायत चिद्दों के आश्रित ग्राम खरखाटोला के लगभग 300 ग्रामीणों ने डोंगरगढ़ के वन परीक्षेत्र उत्तर बोर तलाव वन विभाग का घेराव किया। जिसमें बताया गया कि मनरेगा कार्य के लिए पूर्व में वर्ष 2001 में निर्मित तालाब डबरी का राजीव गांधी जल संग्रहण मिशन के तहत तालाब गहरीकरण के लिए वन परीक्षेत्र उत्तर बोरतलाव के समक्ष अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए 3 माह पूर्व आवेदन दिया गया था जिसकी किसी भी प्रकार का जवाब विभाग के अधिकारी द्वारा नहीं दिया गया। ग्राम पंचायत चिद्दों के आश्रित ग्राम खरखाटोला के पास वर्तमान में मनरेगा कार्य करवाने के लिए कोई अन्य कार्य नहीं है, क्योंकि रोजगार सृजन के लिए मनरेगा के तहत प्रतिवर्ष ग्रामीणों को कार्य दिया जाता है। जिससे ग्रामीणों का जीवन यापन शुभम एवं अच्छा हो सके।

*तीन माह पूर्व दिए आवेदन का जवाब नहीं मिलने के कारण उग्र हुए ग्रामीण*

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस स्थान पर मनरेगा का कार्य कराया जाना है। वहां पर वन विभाग के शासकीय वृक्ष नहीं है एवं इसी प्रकार की क्षति नहीं होगी जिसके लिए आवेदन दिया गया था। जिस पर कोई ठोस जवाब नहीं मिलने वह सिन्हा रेंजर द्वारा आजकल कहकर गोलमोल जवाब मिलने से 3 माह बीत जाने के कारण वन विभाग का घेराव किया गया। जिसमें ग्राम पंचायतों के सरपंच लालचंद पटेल व मनोज नेताम सहित लगभग तीन सौ की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

*(चंद्र प्रकाश शर्मा उपवन क्षेत्रपाल सहायक परीक्षेत्र अधिकारी कोलारघाट)*

ग्रामीणों द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए ज्ञापन दिया गया है जिसे लगभग 3 दिन में निराकरण करते हुए पूर्ण कर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया जावेगा।