गणित विभागीय परिषद का गठन एवं शपथ-ग्रहण , वैल्यू एडेड कोर्स के प्रमाण पत्र वितरित

पाटन। शासकीय चंदूलाल चंद्राकार महाविद्यालय पाटन में गणित के विभागीय परिषद का गठन किया गया।  महाविद्यालय के छात्रों में नेतृत्व-कौशल विकसित करने और विभागीय कार्यक्रमों में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने के साथ ही, छात्र-छात्राओं को बदलते हुए समय के साथ अग्रणी बनाए रखने के उद्देश्य से महाविद्यालय के स्तर पर गणित के विभागीय परिषद का गठन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कल्याण महाविद्यालय भिलाई नगर के गणित विभाग के विभाग-अध्यक्ष डॉ मयूर पुरी गोस्वामी, कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर बी. एम. साहू एवं आयोजक गणित विभाग के विभाग-अध्यक्ष डॉ रोहित कुमार वर्मा थे।

विभागीय गणित परिषद के पदाधिकारी इन्हें मनोनीत किया गया–
अध्यक्ष- कु. प्रियंका वर्मा (एमएससी तृतीय सेमेस्टर)
उपाध्यक्ष- कु. मनोरमा साहू (एमएससी प्रथम सेमेस्टर)
सचिव- कु. जागृति साहू (एमएससी तृतीय सेमेस्टर)
सह-सचिव- तनिष्क सोनी (एमएससी प्रथम सेमेस्टर)
कार्यकारिणी संयोजक- कु. शिवानी वर्मा (एमएससी प्रथम सेमेस्टर), तथा
उप-संयोजक- कु. आस्था वर्मा (बीएससी भाग 3, गणित) मनोनीत किए गए।

महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. बी. एम. साहू ने इन छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई। प्राचार्य प्रो. बी. एम. साहू ने छात्रों को अपने विषय में सर्वोच्चता को लक्ष्य रखते हुए, अन्य विषयों में गणित के अनुप्रयोग पर सोचने और अमल करने की बात कही। मुख्य अतिथि डॉ. मयूर पुरी गोस्वामी ने महाविद्यालय के स्नातकोत्तर छात्रों को शोध-कार्य के क्षेत्र में आगे आने का आह्वान किया। आपने बताया कि मास्टर ऑफ साइंस डिग्री के नाम में से मास्टर शब्द विशेष महत्व का है।

अतः छात्रों को अपने द्वारा अध्ययन किए जाने वाले विषय पर मास्टरी अर्थात विशेषज्ञता हासिल करने की जरूरत है, क्योंकि यही विशेषज्ञता—अवलोकन, मनन और विश्लेषण क्षमता आपको अन्य क्षेत्रों में स्थापित करने में मदद करेगी। इस कार्यक्रम को विभाग अध्यक्ष डॉ. रोहित कुमार वर्मा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ मयूर पुरी गोस्वामी और विभाग-अध्यक्ष डॉ रोहित कुमार वर्मा के हाथों वैल्यू एडेड कोर्स के प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस वैल्यू एडेड कोर्स का विषय था “ प्रतियोगिता परीक्षा में गणित”। इसमें कुल 22 छात्रों ने सफलता हासिल की थी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चिरंजीवी यादव (अतिथि प्राध्यापक गणित) और सहयोग नारायण पटेल (अतिथि प्राध्यापक गणित) थे।