गुजरा में  गोबर बेचने वाले चार लोगो को अभी तक नही मिला है पैसा, एस डी एम पाटन को ज्ञापन सौंपकर पैसा दिलाने की मांग की, पहले सीइओ को सौप चुके है ज्ञापन, सचिव ने कहा गोबर का क्वालिटी घटिया था, इस कारण वापस ले जाने बोले है


पाटन। ग्राम गुजरा के गौठान में गोबर बेचने वाले 4 किसान को उनके गोबर बेचने का राशि नहीं मिला है। इसकी शिकायत आज गुजरा इन चारों लोगों ने एसडीएम पाटन से की है। बता दें कि गौठान  में गोबर बेचने के बाद पैसा नहीं मिलने की शिकायत करते हुए पूर्व में जनपद पंचायत पाटन की सीईओ से भी ज्ञापन सौंपकर राशि दिलाने की मांग किया था । लेकिन वहां पर जब जनपद सीईओ ने जांच कराई तब जांच प्रतिवेदन में सौंपा गया कि बेचे गए के गोबर की क्वालिटी खराब है । इस कारण उसका भुगतान नहीं किया जा सका है। वहीं जिन लोगों ने गोबर बेचा है उन्हें गौठान से गोबर ले जाने के लिए भी मौखिक रूप से कहा गया था। अब पुनः एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर इन 4 लोगों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है ।।प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत गुजरा के  टिकेंद्र, भीखम धनकर ,रामकुमार यादव, कान्हा यादव ने गोबर बेचा था ।इनमें से टिकेंद्र ,रामकुमार यादव का पैसा का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। वही भीखम धनकर एवं कान्हा यादव का जो गोबर भेजे थे उसके आधे राशि भुगतान की गई है ।एसडीएम को सौंपा ज्ञापन में ने बताया कि ग्राम पंचायत के सचिव ने खुद गोबर को गौठान में ले जाने बोला और वहां ले जाने के बाद जब गोबर को गौठान में रखा गया। इसके बाद ही ऑनलाइन भी एंट्री किया गया है।। उसके कई दिनों बाद बताया कि गोबर की क्वालिटी खराब है इस कारण से नहीं लिया जा सकता है ।।इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश भी देखने को मिला है।  वही ग्राम पंचायत के सचिव दीनदयाल वर्मा ने बताया कि गौठान में गोबर को जब महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों ने नाडेप गड्ढे में डालने के लिए देखा तब गोबर की क्वालिटी खराब होने की जानकारी उन्हें दी गई ।।इसके बाद उन्हें जो उक्त गोबर को लाए थे उसके मालिक को गोबर को वापस ले जाने के लिए भी कहा गया था।  अब देखना यह है कि एसडीएम ज्ञापन सौंपने के बाद जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है ।।

इससे पूर्व भी हो चुकी है जांच
गोबर का राशि नहीं मिलने का मामला का जांच  जनपद पंचायत पाटन पहले करा चुका है। जिसमें गोबर की क्वालिटी को खराब बताया गया है । इस कारण से भुगतान नहीं किया गया है । वहीं लोगों को भुगतान जिस खाता में किया गया है उनके भुगतान का खाता क्रमांक बताया जा रहा है। लेकिन यह 2 किसान कह रहे है कि अभी तक उन्हें भुगतान नहीं हुआ है।  जबकि ग्राम पंचायत के सचिव दीनदयाल वर्मा का कहना है कि भुगतान की राशि उनके अकाउंट में भेजे जा चुकी है। अब इसका स्पष्ट जानकारी एसडीएम के द्वारा जांच कराने के बाद ही मिल पाएगी।।