भूपेश सरकार के चार साल, ग्रामीण विकास के साथ अधिकार सम्पन्न पंचायती राज में काम और सम्मान भी बेमिशाल: शालिनी रिवेंद्र यादव

अंडा । छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की अगुवाई में ठीक चार साल पूर्व सबसे बड़े संत बाबा गुरु घांसीदास जी जयंती के एक दिन पहिले सरकार वजूद में आया तब से लेकर अब तक बीना रुके बीना थके सीधे सीधे छत्तीसगढ़ की जनता के हित में लगातार अनेको योजनाओ के माध्यम से शानदार काम कर रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव ने कहा कि पूरा राज्य चार साल का जश्न “गौरव दिवस” के रुप मे मना रहा है।इन वर्षों में गांव गरीब किसान के साथ ही नगर क्षेत्र में विकास के लिए भी काम हुआ है और राज्य में संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से राष्ट्रीय स्तर पर अनेको पुरस्कार से छत्तीसगढ़ का नाम स्थापित हुआ है।पिछले सरकार में त्रि स्तरीय पंचायती राज के छोटी इकाई से ग्राम पंचायत से लेकर सबसे बड़ी इकाई जिला पंचायत तक मे काम के लाले पड़े थे वही पंचायतों के जनप्रतिनिधियों के सम्मान में भी कमी महसूस किया गया और राजीव गांधी के मंसा के अनुरूप मिले त्रि स्तरीय पंचायती राज में सत्ता के भागीदार बनाने अधिकारों में भी कटौती कर दिया गया।इस बात की पीड़ा को देखते हुए वर्तमान भुपेश बघेल की सरकार ने पंचायतों को शसक्त करने की दिशा में पहल किया और वाजिब हक देने से सम्मान भी लौटा इसी का परिणाम है कि ग्राम पंचायतों में विकास की गाथा लिखी जा रही है और ग्राम पंचायतों को बीस लाख के लागत के कार्यो के दायरा में बढ़ोतरी करते हुए पचास लाख तक के काम का अवसर मिला जिसका जीता जागता उदाहरण “रीपा”योजना के काम को सरपंचो द्वारा किया जाना है उसी प्रकार पंच से लेकर सरपंच , जनपद जिला के सभी जनप्रतिनिधियों के मानदेय भी दोगुना ,तिगुना राशि दिए जाने से मान सम्मान भी मिला है जिससे शासन प्रशासन की राज्य सहित केंद्रीय जन कल्याणकारी योजनाओं को पूरे ऊर्जा के साथ क्रियान्वयन के लिए उत्साहित हुए हैं जो गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ को चरितार्थ कर रहे हैं।