पाटन ।अंचल के नगर सहित गावों में विराजित लंबोधर श्री गणेश जी ग्यारह दिनों तक रहे अन्तचतुर्दशी के दिन अगले बरस आने का आर्शीवाद देते हुवे विदा हुवे ,क्षेत्रों के नवयुवक समिति के तत्वाधान में जगह _जगह भगवान विध्नहरता की मूर्ति स्थापित की गई थी
और जनकल्याण की मनोकामना करते हुवे प्रतिदिन पूजा आरती बड़े ही श्रद्धा भाव किए गए और अन्तचतुर्दशी के दिन पारंपरिक वाद्य यंत्रों के धुनमें नृत्य करते पटाखे चलते हुवे एवम गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना,के जयकारों के साथ गांव भ्रमण करते हुवे शिव चाैक केसरा के नव युवकों ने पूजा पाठ करने के बाद श्रद्धा भाव से गणेश जी की मूर्ति को खारुन नदी में विसर्जन किया।