पंडरिया । नगर के सभी मुख्य मार्गो पर मवेशियों के जमावड़ा लगा रहता है।जिसके कारण आवागमन बाधित होते रहता है।छत्तीसगढ़ शासन का रोका-छेका अभियान केवल कागजो पर व फोटो तक सीमित है।रोका – छेका अभियान का कोई असर नगर व ग्रामीण क्षेत्रो में नहीं है।मवेशी दिन-रात सड़को पर बैठे रहते हैं।वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी मवेशी सड़क व खेतों में दिखाई देते हैं।नगर के तहसील कार्यालय,पाढ़ी चौक,गांधी चौक,लोरमी मार्ग,सहित अनेक जगहों पर 40 से 50 की संख्या में मवेशियों के झुंड रहता है।पूरे सड़क पर इनका कब्जा रहता है।सड़क से गुजरने के लिए वाहन चालकों को गाड़ी खडीकर मवेशियों को सड़क से हटाना पड़ता है।जिसके बाद ही सड़क से गुजर सकते हैं।इसके अलावा इन मवेशियों से आम नागरिक भी परेशान हैं।बाइक में रखे सामान या दुकानों के सामान भी इनसे सुरक्षित नहीं है।ये मवेशी बाइक के डिक्की को तोड़कर रखे सामान को खा जाते हैं।इन आवारा मवेशियों पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है।नगर पंचायत इन मवेशियों को रोकने कोई कदम नहीं उठा रही है।इन मवेशियो को कांजी हाऊस में भी नहीं रखा जाता है।बताया जाता है कि कांजी हाऊस में मवेशी पर रखने पर मालिक मवेशी को ले जाने को भी नहीं आते हैं।केवल दूध देने वाले मवेशियों को ही ले जाते हैं।जिसके चलते नगर पंचायत भी कार्यवाही से करने से बचती है।लेकिन इसका खामियाजा नगर वासियों व राहगीरों को भुगतना पड़ता है।
लगातार हो रही दुर्घटना-नगर की सड़कों में मवेशियों के बैठे रहने के कारण लगातार दुर्घटना हो रही है।कभी मवेशी दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं तो कभी राहगीर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।रविवार रात कुकदूर मार्ग में पाढ़ी मोड़ के पास दो मवेशियो की मौत वाहन में ठोकर लगने से हो चुकी है।इससे पूर्व तीन-चार बार बाइक सवार लोग भी इन मवेशियों के कारण इस जगह पर दुर्घटना ग्रस्त हो चुके हैं।कई मवेशियों की मौत पहले भी हो चुकी है।
नगर में गौठान की जरूरत- गौठान की आवश्यकता गांवों की अपेक्षा नगर में अधिक है।गांवों के गौठान खाली पड़े हुए हैं,क्योंकि गांव में चारागाह व रखने के पर्याप्त जगह है।इसके विपरीत नगर में मवेशी मालिक के पास मवेशी रखने के लिये जगह नहीं है,साथ ही चारागाह की व्यवस्था नहीं है।जिसके चलते मवेशी सड़क पर रहते हैं।नगर में मवेशियों को व्यवस्थित रखने के लिए गौठान की अधिक जरूरत है।
कार्रवाई की आवश्यकता-मवेशियों को सड़क से हटाने के लिए ठोस कार्यवाही की जरूरत है।नगर पंचायत को इस पर कार्यवाही करनी चाहिये।सड़क में मवेशी होने पर पशु मालिक के ऊपर कार्यवाही करने का कोर्ट द्वारा निर्देश दिया गया।किन्तु एक भी मवेशी मालिक के ऊपर आज तक कार्यवाही नहीं की गई है।जिसके कारण मवेशी मालिक को किसी प्रकार का डर नहीं है।
“मवेशियों को घरों में रखने की मुनादी कराकर सूचित किया जाएगा।साथ ही चेतावनी दी जाएगी।पशुओं को घरों में नहीं रखने वाले मालिको के ऊपर एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
राजिन गायकवाड़,अध्यक्ष नगर पंचायत पंडरिया।