मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल व मंत्री रवींद्र चौबे के समक्ष रखा अपना पक्ष
प्रदेश के सहायक शिक्षक से शिक्षक पद पर पदोन्नती में संशोधन प्रक्रिया के निरस्त्रीकरण समाचार चलते शिक्षकों के समस्या को लेकर छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफेडरेशन का एक प्रांतीय प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष राजेश पाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल और शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे से मिलकर ज्ञापन सौंपा। उक्त ज्ञापन को सौंपने प्रदेश के दूरांचल जैसे बलोदा बाजार, रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, मनेंद्रगढ़, दुर्ग सहित अन्य जिलों व ब्लाकों के शिक्षक साथी उपस्थित हुए। राजेश पाल ने सोशल मीडिया में चल रहे संशोधन सूची के निरस्त्रीकरण समाचार के संबंध में मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल से चर्चा कर सभी साथियों की ओर से मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा और संशोधन सूची किसी भी तरह से निरस्त नहीं करने पर जोर दिया और सबकी समस्याओं को बताया कि निरस्तीकरण करने से सबसे ज्यादा महिला शिक्षिकाएं प्रभावित होंगी जो कि न्यायोचित नहीं है जिसपर चैतन्य बघेल ने मुख्यमंत्री जी तक उनकी मांग को पहुंचाने सहित यथासंभव निराकरण कराने का आश्वासन मिला है वहीं शिक्षकों की भीड ने उनका आभार माना । तत्पश्चात प्रतिनिधि मंडल राजधानी रायपुर शिक्षा मंत्री रवींद्र चौबे से मिलने उनके निवास पहुंचा।


प्रतिनिधिमंडल में विशेष रूप से कृष्ण कुमार वर्मा,महाफैडरेशन संगठन पाटन ब्लाक अध्यक्ष व अजय शर्मा , ब्लाक उपाध्यक्ष कमल देवांगन, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक साथी विशेष रूप से महिला शिक्षिकाएं उपस्थित थी। मंत्री रवींद्र चौबे से मिलकर उन्हें भी संशोधन निरस्त नहीं करने संबंधी ज्ञापन सौंपा और उनकी पीड़ा को बताया कि कैसे 17 वर्षों से एक ही जगह घरों से दूर वे नौकरी करते रहे और अब पदोन्नति पश्चात एक सुनहरा मौका घर के नजदीक जाने का मिला और आज उसपर भी भय के वातावरण से उनके परिवार में खलबली मची है । राजेश ने मंत्री जी से आग्रह किया कि संशोधन सूची किसी भी प्रकार से निरस्त न करें और इस बात को रखा कि इस पुरी प्रक्रिया में शिक्षकों की कोई गलती नहीं है वे संशोधन के लिए विधिवत रूप से आवेदन किए थे।