विद्यालय में प्रशिक्षण पाकर आत्मरक्षा सीख रही बेटियां, ताकि बिना विचलित हुए किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकें

आशीष दास

कोंडागांव । समाज के बदलते परिपेक्ष को लेकर सरकार के द्वारा बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने चलाएं जा रहे कार्यक्रम में बेटियों को आत्मरक्षा हेतु सशक्त बनाने के लिए कराटे प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।इसी कड़ी में विकासखंड फरसगांव के अंतर्गत शा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आलोर में 8 दिसंबर से लेकर 13 दिसंबर तक रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा कराटे प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ संस्था के प्राचार्य ललित राम सिन्हा के द्वारा सरस्वती मां के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।इस अवसर पर प्राचार्य सिन्हा ने कहा कि आत्मरक्षा का मुख्य उद्देश्य यह है कि बालिकाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से शारीरिक व मानसिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सके, ताकि वह किसी भी विषम परिस्थितियों से बिना विचलित हुए उसका सामना कर सकें। सेल्फ डिफेंस के लिए आक्रमण सबसे उपयुक्त हथियार है। इस मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण की कार्य योजना तैयार की गई है।इस प्रशिक्षण में कुशल प्रशिक्षक के रूप में दिलीप नेताम और विद्यालय के समस्त स्टॉफ द्वारा प्रशिक्षण को संपन्न कराने अपनी सहभागिता निभाई।