पाटन।।महिला एवं बाल विकास विभाग के दोनों परियोजना पाटन एवं जामगांव एम के परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों की बैठक आज पाटन अनुविभागीय अधिकारी श्री विपुल गुप्ता द्वारा ली गई । सेक्टर वार पर्यवेक्षकों से चर्चा कर उन्होंने कुपोषण की स्थिति पर चर्चा की अधिक गंभीर कुपोषित बच्चों संख्या वाले सेक्टर को लक्ष्य किया और कहा कि हमें मध्यम बच्चों की तुलना में गंभीर कुपोषित बच्चों को अधिक ध्यान देना होगा। इस हेतु पोषण पुनर्वास केंद्र के 100% उपयोग की रूपरेखा बनाने का निर्देश दिया। विकास खण्ड के सभी गम्भीर कुपोषित बच्चों को पोषण पाउडर उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
परियोजना अधिकारी पाटन द्वारा बताया गया कि कलेक्टर महोदय के मार्गदर्शन में हम जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के 2 चरण पूर्ण कर चुके हैं एवम विकासखण्ड में लगभग 1200 बच्चे कुपोषण से बाहर आये हैं।
परियोजना पाटन के ग्राम/वार्डवार कुपोषित बच्चों की संख्या से अवगत कराये जाने पर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा औसत से अधिक कुपोषण प्रतिशत वाले ग्रामो में विशेष ध्यान देने, सतत रूप से स्वास्थ्य जांच , बच्चों हेतु खाने का टाइम टेबल बनाने, गृहभेंट करने एवं ग्राम पंचायतों तथा जनप्रतिनिधियों से भी सम्पर्क कर आवश्यकतानुसार सहयोग प्राप्त करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया। ग्राम गुजरा,मटिया,बटरेल, मानिकचौरी, के कुपोषण मुक्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही इसके सत्यापन का निर्देश दिया । इसके अतिरिक्त ग्राम गब्दि, भन्सुली आर , घोरारी, खपरी, टेमरी,मोहभट्ठा ,छांटा की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई। बैठक में परियोजना अधिकारी द्वय सुमीत गंडेचा, श्रीमती सुनीता सिंह तथा दोनों परियोजनाओं की पर्यवेक्षक उपस्थित थीं।