रिपोर्टर चंद्रभान यादव
जशपुर ।छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में सोमवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां एनीकट में डूबकर डॉक्टर की मौत हो गई है। उन्हें तैरना नहीं आता था। फिर भी वह एनीकट में दोस्तों के साथ नहाने चले गए। इसी दौरान गहराई में जाने से यह हादसा हुआ है। मामला मनोरा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर नीरज वैभव मिंज (33) मनोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे। वो सोमवार को अपने दोस्तों के साथ खरसोता एनीकट में नहाने गए थे। सभी दोस्त नहा रहे थे। नीरज भी नहाने के लिए पाने में उतर गए थे। मगर अचानक से वह गहराई में जाकर डूबने लग गए।
उधर, नीरज के साथी ये देखकर उनके पास तक गए, लेकिन तब तक देर हो गई थी। वो पानी में डूब चुके थे। जिसके बाद साथियों ने किसी तरह से उनकी तलाश की। फिर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। दोस्तों ने ही इस बात की जानकारी दी है कि नीरज को तैरना नहीं आता था। इस वजह से वह डूबने लगे तो खुद को बचा नहीं सके।
वहीं इस हादसे की सूचना पुलिस को भी दी गई थी। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी थी। बताया जा रहा है कि नीरज कोरबा जिले के रहने वाले थे। अचानक हुए हादसे से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
डैम में डूबे युवक की 68 घंटे बाद लाश मिली:दोस्त के साथ मछली मारने गया था, आंधी-तूफान के चलते पलटी थी नाव
12 दिन पहले रायगढ़ जिले में डैम में डूबे युवक की करीब 68 घंटे बाद लाश मिली थी। वो अपने दोस्त के साथ मछली मारने के लिए खम्हार पाकुट डैम में गया हुआ था। दोनों डैम में मछली मार भी रहे थे। इसी दौरान अचानक से मौसम बदल गया। तेज आंधी-तूफान चलने लगा। जिसके बाद नाव पलट गई थी और दोनों डूब रहे थे। हालांकि एक युवक ने तैरकर अपनी जान बचा ली थी।
रायपुर एयरपोर्ट के पास नकटी गांव स्थित ब्लू वॉटर लेक में डूबे तीसरे युवक नदीम अंसारी का शव बरामद कर लिया गया। दो मृतकों की लाश रविवार रात में ही निकाल लिया गया था। तीसरे शख्स का शव नहीं मिल पाया था। सोमवार सुबह से एसडीआरएफ ने फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर कड़ी मशक्कत के बाद शव बरामद कर लिया है। ये तीनों रविवार को नहाने के लिए यहां पहुंचे थे। मगर नहाने के दौरान तीनों डूब गए थे।