पंडरिया । नगर से होकर गुजरने वाली जिले की सबसे बड़ी नदी हाफ नदी का बहाव गुरुवार को रुक गया।कुछ गड्ढों में ही पानी दिखाई पड़ रहा है,जो भी एक-दो दिन में सुख जाएगी।हाफ नदी पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण नहीं सुखी थी इस वर्ष यह नदी फिर सुख गयी।हाफ नदी में बहाव टूटने के कारण नदी किनारे स्थित गांवों में लोगों की परेशानी बढ़ेगी।हाफ नदी पंडरिया के पंडरीपानी व बोड़ला ब्लाक के दलदली के मध्य मैकल श्रेणी से निकलती है।जो मुंगेली व बेमेतरा जिले से होते हुए नांदघाट के पास शिवनाथ नदी में मिल जाती है।इस नदी की लंबाई करीब 35 किलोमीटर है।जो जिले की सबसे बड़ी व लंबी नदी है।
पहले सदवाहनी नदी थी-करीब 10 वर्ष पूर्व यह नदी सदवाहनी नदी के रूप में थी,जिसमे पूरे वर्ष पानी का बहाव रहता था।किंतु विगत 6-7 वर्षों से यह नदी गर्मी के मौसम के सूख रही थी।पिछले दो वर्षों में कोरोना के कारण नदी में पूरे वर्ष भर पानी का बहाव रहा।कोरोना संक्रमण छटते ही लोगों द्वारा पानी के अधिक दोहन के परिणामस्वरूप इस वर्ष मई के पहले पखवाड़े में ही सुख गयी।एक अच्छी बरसात की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
संरक्षण की आवश्यकता-हाफ नदी क्षेत्र की सबसे बड़ी नदी होने के साथ अधिक महत्वपूर्ण भी है।इस नदी के माध्यम से नदी किनारे स्थित 100 से अधिक गांव के लोगों की जीविका चलती है।इस नदी से पानी लेकर सब्जी -भाजी की खेती कर अपनी जीविका चलाते हैं।जो नदी में पानी नदी होने के कारण प्रभावित हो रही है।इसके अलावा नदी का पानी सूखने के कारण आस -पास के गांवों में भूजल स्तर पर भी गिरावट आएगी।इन सब कारणों से उक्त नदी को संरक्षित करने की आवश्यकता है।