राजू वर्मा
पाटन। कृषि महाविद्यालय मर्रा में छत्तीसगढ़ के प्रथम त्योहार हरेली के दिन विद्यार्थियों के द्वारा एक नवाचार देखने को मिला।सभी विद्यार्थियों ने एक एक पौधा लगाया और कॉलेज की पढ़ाई पूरी करते तक उस पौधे का संरक्षण करने की जिम्मेदारी ली.
हरेली पर्व पर कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ अजय वर्मा ने सभी छात्राओं और अध्यापकों से अपने आसपास एक-एक पौधा लगाने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी थी और पेड़ पौधे इंसान को ऑक्सीजन देने में सबसे ज्यादा मददगार होते हैं।बीते 2 सालों में देश नहीं बल्कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही थी तो वही उस दौरान हजारों लाखों लोगों की और कुछ लोगों की ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हुई थी पेड़ पौधों से ऑक्सीजन लेने के लिए आसपास पेड़ पौधों का होना जरूरी है जिससे शुद्ध ऑक्सीजन मिल सकेगी।
कॉलेज में लगाए गए 100 से ज्यादा पेड़.
कृषि महाविद्यालय में सुबह से ही कालेज के फार्म फील्ड में सभी विद्यार्थी एकत्रित हुए और सभी ने अपने हाथों से एक एक पौधा रोपण किया,विद्यार्थियों ने कहा कि हमने जो आज पेड़ लगाया है उसे हम हमारी इस कॉलेज में पढ़ाई पूरी होते तक देखभाल करेंगे उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी होगी।
विद्यार्थियों द्वारा गुलमोहर बरगद शीशम पीपल आम आदि के लगभग 119 पौधे लगाए गए।
हरेली पर्व पर कालेज प्रबंधन के द्वारा छतीसगढ़ के पारंपरिक खेल का भी आयोजन किया गया था निसमें विद्यार्थियों ने जमकर हिस्सा लिया रस्साकस्सी रुमाल झपट आदि खेलों में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को हराकर जीत हासिल की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ ओपी परगनिहा डॉ नितिन तुर्रे हेमंत साहू सहित समस्त स्टाफ और स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।