पंडरिया। ब्लाक के दुल्लापुर बाजार स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में रविवार को छत्तीसगढ़ के प्रथम त्योहार हरेली को धूमधाम से मनाया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ महतारी के स्वरूप ,किसान स्वरूप में बालिकाओ एवम औजारों की पूजा अर्चना की गई। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गेड़ी ,फुगड़ी , गोबर लिपनी खेल का आयोजन किया गया।
जिसको लेकर बच्चे बहुत उत्साहित थे।बालिकाओ, शिक्षिकाओं एवम पालकों द्वारा नीम ,जाम ,जामुन,नींबू का पौधरोपण किया गया।पेड़ की पत्तियों को लहराकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।कामिनी जोशी द्वारा बताया गया कि हमारे हिन्दू धर्म में हर पेड़ को भगवान स्वरूप पूजा जाता है। क्योंकि पेड़ जीवनदायिनी होती है। नीम का पेड़ का सम्पूर्ण भाग औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण बरसात में पनपने वाले हानिकारक वायरस से नीम की पत्तियां हमारी रक्षा करती है।

बरसात के मौसम में नीम के डालियों को घरों में लगाने के उद्देश्य एवम घर आंगन के मुख्य द्वार में गोबर के लेप एवम गौमूत्र के महत्व को कामिनी जोशी द्वारा बताया गया।उक्त कार्यक्रम में पालक ,प्रीति,अनामिका,कुमारी यादव ,सरस्वती श्रीवास्तव,हैं चंदेल,कविता यादव,उपस्थित थे।
