पंडरिया-विकासखंड में गर्मी के मौसम में एक व्यापक स्वास्थ्य अभियान चलाया जा रहा है । यह अभिनव पहल मैदानी क्षेत्र और वनवासियों को मौसमी विकारों से मुक्ति दिलाने और मातृ एवं शिशु कल्याण की रक्षा करने का प्रयास है।इस त्रैमासिक अभियान का विस्तार विकासखंड के 42 उपस्वास्थ्य केंद्रों और 293 ग्रामीण परिवेशों तक होगा। अनुमानतः यह कार्यक्रम लगभग 3 लाख लोकजनों को स्वास्थ के लिए लाभान्वित करेगा। अधिकारियों के अनुसार डायरिया, मलेरिया, क्षयरोग एवं कुष्ठरोग जैसे रोगाणुजनित विकारों पर विशेष दृष्टि रहेगी। गर्भवती महिलाओं की निगरानी और देखभाल का भी प्रमुख लक्ष्य होगा।इस अभियान अंतर्गत घर-घर जाकर जांच एवं उपचार किया जा रहा है तथा स्वास्थ्य परामर्श भी प्रदान किया जा रहा है । यह गतिविधि सप्ताह के सोमवार, बुधवार और गुरुवार को संचालित की जा रही है ।

शिविर में गतिविधि की जाएगी -इस शिविर में डायरिया रोगियों की गहन निगरानी की जायगी । गर्भवती महिलाओं की जांच, पंजीकरण और पोषण परामर्श के साथ-साथ संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरणा भी प्रदान की जाएगी। उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों पर विशेष दृष्टि रखी जाएगी। इसके लिए मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग भी लिया जा रहा है ।
डोर टु डोर और चौपाल लगाकर दी जा रही है लोगो को स्वास्थ्य की जानकारी-पंडरिया के स्वास्थ्य कर्मी धुप को मात देते हुए, जनमानस के हितो के लिए सम्पर्पित होकर घर घर जाकर जाँच कर लोगो को लू और वर्षा ऋतू में बीमारियों से बचने की जानकारी देने के साथ मलेरिया नियंत्रण हेतु मच्छरदानियों की निगरानी और मच्छर प्रजनन स्थलों पर टेमिफॉस एवं तेल का छिड़काव किया जा रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य के सामूहिक स्वास्थ्य पर दिया जा रहा संवेदनशील ध्यान -पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए जलस्रोतों का क्लोरीनीकरण किया जा रहा है। जनमानस को जल उबालकर या निथारकर पीने की सलाह दी जा रही है,इस शिविर में डायरिया के मरीज को ध्यान देने के साथ साथ गर्भवती माताओं की जांच ,उनका पंजीयन ,उनका पोष्टिक आहार लेने की सलाह दी जा रही है और संस्थागत प्रसव हेतु मोटिवेट किया जा रहा है और उनकी डीलवरी ट्रेकिंग की जा रही है तथा हाई रिस्क गर्भवती महिला मिलने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिसमे एम टी, ए.एन. एम.मितानिन और आंगन बाड़ी कार्यकर्ता का भी सहायता ली जा रही है।
12 दिन में अब तक इतने हुए है जांच – जब से यह अभियान की शुरुआत हुई है तब से अब तक 11155 लोगो का घर घर जाकर जाँच कर 18926 लोगो का जाँच किया जा चूका है, जिसमे जिसमे 7 सामन्य उल्टी,28 सामन्य सर्दी खासी प्रकरण मिले और उनका उपचार किया जा चूका है इसके साथ ही 433 गर्भवती महिला जाँच,780 लोगो का सिकल सेल तथा 587 लोगो का एच बी जाँच किया जा चूका है, मलेरिया के शून्य प्रकरण मिले है।
मलेरिया प्रकरण में आई है कमी -अब तक मलेरिया के प्रकरण में बहुत कमी आ गई है। ब्लाक में जहां 2016 में 2541 प्रकरण थे।वही 2024 में अब तक 3 मिले हैं। इस विकास खंड में पाए गए है।
पंडरिया में इस अभियान की निगरानी ब्लॉक स्वास्थ्य टीम द्वारा की जा रही है।जिसमें खंड चिकित्सा अधिकारी, विस्तार अधिकारी, कार्यक्रम प्रबंधक एवं नोडल अधिकारी सम्मिलित हैं। गुणवत्तापूर्ण और निर्बाध सेवाओं का प्रवाह सुनिश्चित करना इस निरीक्षण का मूल उद्देश्य होगा।
आशा की जानी चाहिए कि यह स्वास्थ्य अभियान शिथिल मौसम में वनवासियों को रोगाणुजनित विकारों से मुक्ति दिलाएगा और मातृ एवं बाल स्वास्थ्य पर संकट से राहत मिलेगी।
