झीट अस्पताल सुना, मरीज पहुंच गए पर डॉक्टर और नर्स सहित पर्ची काटने वाले भी समय पर नहीं पहुंचे, मरीज के परिजनों ने कहा यहां समय कोई नहीं पहुंचता, शाम को ओपीडी भी रहता है डॉक्टर विहीन


पाटन। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट मैं सुबह के 9:40 हो गए थे लेकिन वहां पर स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ भी नदारत रहे। एक दो कर्मचारी नर्स को छोड़कर लगभग पूरा अस्पताल सुना था। यहां पर डॉक्टर भी नहीं थे। मरीज जांच करने के लिए अस्पताल पहुंचे और जब पर्ची कटवाने के लिए काउंटर पर गए तो काउंटर पर पर्ची काटने वाले भी नहीं पहुंचे थे। मरीज का गुस्सा फूटा तो उन्होंने इसकी जानकारी मीडिया को दी।  मरीज के परिजनों ने बताया कि झीट अस्पताल में डॉक्टर एवं स्टाफ का आने-जाने का कोई समय नहीं है। सुबह विलंब से आते हैं और शाम को समय पूर्ण होने से पहले ही चले जाते हैं। वहीं यह भी जानकारी मिली है कि शाम के समय ओपीडी में मरीज को देखने वाले डॉक्टर ही नहीं रहते । झीट अस्पताल सर्व सुविधा युक्त अस्पताल है यहां पर शासन ने काफी सुविधा उपलब्ध कराई है। लेकिन यहां के स्टाफ, डॉक्टर एवं कर्मचारियों के द्वारा समय का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण मरीज को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बहरहाल बता दे कि अभी वर्तमान में पदस्थ कलेक्टर दुर्ग ने अपने पद स्थापना के बाद बताया था कि उनका ज्यादा से ज्यादा फोकस स्वास्थ्य पर रहेगा।  उन्होंने लगातार जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केदो का निरीक्षण भी कर रहे हैं।। इसके बाद भी झीट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कलेक्टर के फरमान का कोई असर नहीं हो रहा है। अब देखना यह है कि परिजनों के द्वारा मीडिया को दिए जानकारी के बाद वहां पर स्टाफ डॉक्टर नर्स तथा कर्मचारी अपने समय पर ध्यान देते हैं कि नहीं।