रिपोर्टर- चंद्रभान यादव
जशपुर।सोमवार को जशपुर शहर सहित पहाड़ी इलाके के कुछ हिस्सों में बारिश हुई है। हर जिले के अधिकांश हिस्से अभी भी सूखे हुए हैं और भीषण गर्मी पड़ रही है। फरसाबहार, कुनकुरी और पत्थलगांव इलाके में अधिकतम तापमान 42 से 43 डिग्री के बीच पहुंच गया। इधर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि भीषण गर्मी पड़ने तथा नागरिकों को लू लगने की संभावना है। इससे आम जन जीवन व स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने आवश्यक सावधानी बरतने की अपील आम नागरिकों से की है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया गया है। सिर में भारीपन और दर्द, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीने का न आना, अधिक प्यास लगना लक्षण में शामिल हैं। भीषण गर्मी में लू से बचाव के लए पर्याप्त पानी पीएं, भले ही प्यास न लगे। मिर्गी या हृदय, गुर्दे या लीवर से संभावित रोग वाले जो तरल प्रतिबंधित आहार लेते हो या जिनको द्रव्य प्रतिधारण की समस्या है, उनको तरल सेवन बढ़ाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें। अपने आप को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस घोल, घर के बने पेय जैसे- लस्सी, नींबू का पानी, छाछ आदि का सेवन करें। धूप में बाहर जाने से बचे, नंगे पांव बाहर न जाए, दोपहर के समय खाना पकाने से बचे, शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचे, ये शरीर को निर्जलित करते हैं। अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचे।
लू से बचाव के उपाय इसके लिए बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर न जाएं। धूप में निकलने से पहले सिर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध लें। पानी अधिक मात्रा में पीएं। अधिक समय तक धूप में न रहें। गर्मी के दौरान मुलायम सूती कपड़े पहनें, ताकि हवा और कपड़ा पसीना सोखते रहे। अधिक पसीना आने की स्थिति में ओआरएस घोल पीएं। चक्कर, उल्टी आने पर छायादार स्थान पर विश्राम करें। शीतल पेय जल पीएं, फल का रस, लस्सी, मठा आदि का सेवन करें। प्रारंभिक सलाह के लिए 104 आरोग्य सेवा केन्द्र से निशुल्क परामर्श ले।
लू लगने पर किया जाने वाला प्रारंभिक उपचार बुखार से पीड़ित व्यक्ति के सर पर ठंडे पानी की पट्टी लगाएं, कच्चे आम का पना, जलजीरा आदि, पीड़ित व्यक्ति को पंखे के नीचे हवा में लेटाएं, शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहें, पीड़ित व्यक्ति को शीघ्र ही किसी नजदीकी चिकित्सा केन्द्र में उपचार के लिए ले जाएं, आंगनबाड़ी मितानिन तथा एएनएम से ओआरएस की पैकेट के लिए संपर्क करें।