ब्लाक के प्राथमिक शाला डबरी में गुरूवार को हिंदी दिवस व पोला का पर्व मनाया गया

पंडरिया।इस अवसर पर शाला के प्राधानपाठक होरीलाल गबेल ने कहा हिंदी हमारी मातृभाषा है।हिंदी मात्र भाषा नही है, यह हमारी संस्कृति है।यह भाषा भारत वर्ष के अधिकांश जगहों पर बोली जाती है।श्री गबेल ने कहा हिंदी भाषा एक धागे के समान है जो मोतियों को एक सूत्र में पिरोती है।उसी प्रकार यह भारतवर्ष को एक सूत्र पिरोता है।आज पूरी दुनियां में हिंदी तीसरी सबसे बड़ी भाषा है।हमें गर्व है कि हम हिंदुस्तानी है और हिंदी हमारी मातृभाषा है।पोला के अवसर पर शिक्षकों और बच्चों ने मिट्टी के बैल की पूजा किया।इस पर्व के बारे में श्री गबेल ने कहा इस दिन हम बैल की पूजा करते हैं। जो समृद्धि का प्रतीक है।बैल से हल चलते हैं जिससे किसान खेतों में अन्न उगाते हैं।आज भले ही खेती व यातायात का स्वरूप बदला है और हम समृद्ध हुए हैं।कहीं ना कही उसके पीछे इन बैलों की बड़ी भूमिका है।श्री गबेल ने ठेठरी व खुरमी के बारे में बच्चों को बताया।कार्यक्रम को शिक्षक श्री संजय कुमार चतुर्वेदी ने भी सम्बोधित किया ।इस अवसर पर शाला के बच्चे उपस्थित रहे।