दुर्ग।छठ पर्व पर अवकाश बिहार के पश्चात केवल छत्तीसगढ़ में दिया गया है। आप सभी की आस्थाओं को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह संदेश सेक्टर 2 में आयोजित छठ पूजा के कार्यक्रम के अवसर पर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पर्व उल्लास का पर्व है। दुनिया भर में भोजपुरी समुदाय जहां पर भी है, सैकड़ों की संख्या में लोग सरोवर के किनारे एकत्रित होकर सूर्य देवता के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हैं। दीपदान करते हैं। सूर्य देवता अक्षय ऊर्जा के स्रोत हैं। छठ पर्व ऊर्जा का प्रतीक है हम ऊर्जस्वित होने की कामना से छठ पर्व करते हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान नागरिकों से चर्चा में कहा कि छठ पर्व के अवसर पर आप सभी के बीच आकर मैं बहुत हर्ष महसूस कर रहा हूं। आप सभी श्रद्धा से भरे हुए है, सुंदर तालाब के चारों और आप लोग एकत्रित हुए हैं और अपनी श्रद्धा का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह सब देख कर बहुत अच्छा लगता है। इस मौके पर विधायक श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने छठ पूजा के अवसर पर अवकाश देने का जो निर्णय लिया है। उससे हम सब बहुत उल्लासित हैं। पर्व को मनाने की हमारी खुशियां इससे काफी बढ़ गई है। शासन का यह कदम निश्चित रूप से समाज का हर्षवर्धन करने के लिए बहुत अच्छा है। इस मौके पर अंत्यावसाई विकास निगम के उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता लोधी ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि छठ पर्व उल्लास का पर्व है, ऊर्जा का पर्व है। आप सभी के बीच यहां आकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।
तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए एक करोड़ रुपए देने की घोषणा-
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छठ तालाब के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए एक करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की। उल्लेखनीय है कि पूर्व में शासन के द्वारा डेढ़ करोड़ रुपए की राशि से छठ तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया था। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के पश्चात छठ तलाब अब और अधिक सुंदर हो जाएगा।