छत्तीसगढ़ सरकार के गृह, पर्यटन, लोकनिर्माण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने कार्यकाल में अपने सुमधुर व्यवहार के साथ ही विकास कार्यो एव प्रशासनिक क्षमता के कारण अच्छी पहचान बनाई है। उनका यह कार्यकाल काफी उपलब्धियों से भरा हुआ है। जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है।
पर्यटन विभाग-पर्यटन नीति 2020 में पर्यटन की नई संभावनाओं एवं विकास की दृष्टि से नवीन पर्यटन नीति 2020 जारी की गई। रामवन गमन पर्यटन परिपथ के तहत 75 स्थानों का चयन किया गया है। प्रथम चरण में 9 स्थानों में विकास और सौंदर्यीकरण के लिये 149 करोड़ 48 लाख रूपए के कार्य संपादित किये जा चुके है। चंदखुरी एवं शिवरीनारायण लोकार्पित किया जा चुका है। प्रसाद योजना के अंतर्गत मां बम्लेश्वरी मंदिर का विकास एवं डोंगरगढ़ परियोजना स्वीकृत की गई है।
लोक निर्माण विभाग-मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना अंतर्गत अब तक 4132 मार्ग, लंबाई 735 किमी हेतु रू. 495 करोड़ के कार्य स्वीकृत किये गये, जिसमें से 2083 मार्ग पूर्ण एवं 647 मार्ग प्रगति पर है। बेरोजगार इंजीनियरों को प्रदेश में रोजगार उपलब्ध कराने हेतु विभाग में 249 प्रोजेक्ट मैनेजर, 2330 डिग्री इंजीनियरों तथा 861 डिप्लोमा इंजीनियरों को नियोजित किया गया। ई श्रेणी पंजीयन के अंतर्गत 5890 बेरोजगार युवकों का पंजीयन किया जाकर युवाओं को 300 करोड़ रुपए के 2402 कार्य दिए गए। विभाग द्वारा वर्तमान में मांगो की कुल लंबाई 34067 किमी सड़क ,1430 वृहद एवं 8407 मध्यम पूल तथा 92 लाख वर्ग मीटर भवनों का नियमित संधारण किया गया है।
जवाहर सेतु योजना के अंतर्गत पहुंच विहीन गांवों को कनेक्टिलिटी सुनिश्चित करने के लिये 92 पुल निर्माण कार्यों के लिये 656 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई। एलडब्ल्यूई क्षेत्र के विकास हेतु 291 सड़क लंबाई 2479 किमी के उन्नयन एवं निर्माण कार्य तथा 25 पुलों के निर्माण हेतु कुल 316 कार्यों के लिये रू 1637 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई।
गृह (पुलिस विभाग )- बस्तर रेंज के स्थानीय युवाओं के भर्ती हेतु बस्तर फाईटर्स अंतर्गत 2800 नवीन पदों की एवं सूबेदार उपनिरीक्षक संवर्ग के 975 पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ एवं पहली बार तृतीय लिंग समुदाय के लोगों को पुलिस में भर्ती के अवसर दिये गये। नक्सली घटनाओं में 40 प्रतिशत की आई कमी, पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर विगत तीन वर्षो में लगभग 1,199 माओवादियों द्वारा किया गया आत्मसमर्पण । अनियमित वित्तीय कंपनियों के विरूद्ध कार्यवाही कर कुल 17 हजार 385 निवेशकों को 11 करोड़ 82 हजार 179 रूपये लौटाये गये। जनसुविधा के लिये आधुनिक पुलिस थानों की स्थापना तथा बाल मित्र कक्ष, संवेदना कक्ष और महिला हेल्प डेस्क की स्थापना। पुलिस जवानों को साप्ताहिक अवकाश एवं 1 जुलाई से पुलिस पब्लिक स्कूल का संचालन प्रारंभ । रायपुर, बिलासपुर में दो विशेष जेल एवं जिला बेमेतरा में खुली जेल की स्वीकृति।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग-राज्य गठन के 19 वर्ष बाद विभाग संचालनालय का गठन, राजिम माघी पुन्नी मेला को मिला अपना प्राचीन स्वरूप ।
राज्य के प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं पुजारी सेवादारों को दिया गया।