भिलाई।गुरूधाम बनने उपरांत सतनाम भवन शिवाजीनगर भिलाई में प्रत्येक सोमवार होने वाले आध्यात्मिक ध्यान व गुरूवाणी कार्यक्रम में गुरूद्वारा भंडारपुरी धाम से आए धर्मगुरू नसी साहेब ने बताया की भारतीय लोकतंत्र में सेवा के नाम पर सत्ता सिर्फ स्वार्थ सिद्धि और भौतिक सुखों के संसाधन जुटाने का जरिया बनकर रह गया है,जिसके पिछे सभी वर्ग के लोग लगे हुए हैं। सत्य तो यह है की जो वास्तव में सत्ता को सेवा का माध्यम बनाने में सफल रहे उनकी गिनती उंगलियों से किया जा सकता है। मानव समाज को सत्ता की नहीं सतमार्ग की आवश्यकता है जिसपर वे चलना ही नहीं चाह रहे क्योंकि भौतिक सुख-सुविधाओं में उन्हें आनंद की अनुभूति हो रही हैं पर सही मायने में वह आनंद पानी के बुलबुले की तरह क्षणभंगुर है, तभी तो लोंगो को तृप्ति नहीं मिल रही उनकी आकांक्षाएं सिर्फ बढ़ रही है। लोगों का जीवन चिंताओं से ग्रसित है तनाव से व्यथित है क्योंकि उनकी आकांक्षाएं पूरी नहीं हो रही, एक आकांक्षा पूरा हुआ भी तो एक और नया आकांक्षा फिर समाने आ जाता है। सभी लोग लगे हुए हैं कुछ भी यत्न कर आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्हें न दुराचार का फिक्र है, न कुमार्ग का फिक्र है,न व्यभिचार का फिक्र है, फिक्र है तो बस आकांक्षाओं का। चीर-सुख, शांति, आनंद और पूर्ण तृप्ति सिर्फ सतमार्ग का अनुसरण कर प्राप्त किया जा सकता है। आप सभी संकल्पित हो जाइए सतमार्ग पर चलने के लिए आपके भितर से आकांक्षाओं, क्रोध, लोभ, मोह,अहंकार आदि दुर्गुणों का स्वमेव नाश हो जाएगा और आपको ज्ञान, भक्ति, मुक्ति सब कुछ सहजता से प्राप्त हो जाएगा। सतपुरुष पिता की प्राप्ति के लिए सभी को सतमार्ग का अनुसरण करने के अलावा और कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है।
रावटी के दौरान धर्मगुरू नसी साहेब ने विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस पर गुरूद्वारा शिवाजी नगर भिलाई धाम में चंदन पौधे का रोपण किया। वहीं धर्मगुरू प्रत्येक गांव में जहाँ गुरू सतनाम रावटी का पड़ाव होता है वहां लोगों को सतपुरुष पिता के आशीर्वाद स्वरूप चंदन का पौधा प्रदान करते हुए उन्हें जल,जंगल,जमीन सहित सतनाम धर्म-संस्कृति का संरक्षण करने के लिए प्रेरित कर रहे है तथा कार्यक्रम में उपस्थित सतनाम धर्म के अलावा अन्य जाति, धर्म, समाज से आए लोगों को भी सतनाम धर्म-संस्कृति से अवगत कराते हुए, उन्हें अपने जीवन में अपने कुलपिता व ईष्ट की शुद्ध भाव से भक्ति भजन करने सहित सात्विक खानपान, सात्विक आचर विचार व्यवहार के साथ सतमार्ग का अनुसरण करने संदेश दे रहे है।

- June 6, 2023