मित्रता हो तो सुदामा और द्वारकाधीश जैसी :  राष्ट्रीय संत राजेंद्र जी महाराज….21 मार्च को महायज्ञ और भागवत कथा का होगा समापन

संजय साहू

अंडा। दुर्ग जिला और बालोद जिला के मध्य खप्परवाड़ा से 3 कि. मी. के दूरी पर श्री विष्णु धाम महायज्ञ (मंदिर) ओटेबंद बगीचा में चल रहे हैं
श्रीमद् भागवत सप्ताह भक्ति ज्ञान यज्ञ के सप्तम दिवस विश्राम दिवस की कथा के बेला में व्यास पीठ पर विराजमान श्री वृंदावन धाम से पधारे राष्ट्रीय संत राजेंद्र जी महाराज ने कहा कि मित्रता हो तो भगवान कृष्ण और सुदामा जैसे जीवन में जब तक सुशीला जैसे धर्मपत्नी नहीं होगी परमात्मा के पास जाने की प्रेरणा प्राप्त नहीं होगी । मनुस्मृति के वेद पुराणों में वर्णन है पत्नी को धर्मपत्नी इसीलिए संज्ञा दी गई है चार घरों से चावल मांग करके एक फटी सी पोटली में चावल बांध करके सुदामा के मित्र श्री कृष्णा लिए भेजा ।

महाराज जी ने बताया कि कभी भी किसी के घर जाये तो खाली हाथ मत जाये , यथा उचित व्यवस्था करके जाए। बेटी के यहां जाए तो कुछ ना कुछ लेकर जाना चाहिए मित्र के यहां जो तो कुछ ना कुछ भेंट लेकर जाना चाहिए और कथा सत्संग में जाइए पत्र पुष्प फल द्रव्य लेकर जाना चाहिए जिस घर नारी का सम्मान बेटियों का सम्मान अपने से बड़ों का सम्मान किया जाता है उस घर में स्थिर लक्ष्मी का निवास होता है कलयुग काल में नाम की प्रधानता है जितना हरि के नाम का स्मरण इसका पूर्ण फल प्राप्त होता है चार वेदों की महिमा का वर्णन किया 18 प्रकार के पुराणों का वर्णन जिस प्रकार नदियों में मां गंगा श्रेष्ठ है क्षेत्र में काशी श्रेष्ठ है इस प्रकार पुराणों में श्रीमद् भागवत श्रेष्ठ महापुराण जो भक्त इस कलयुग काल में श्रीमद् भागवत कथा महापुराण का श्रवण करता है उसके जीवन में सुख शांति समृद्धि रिद्धि सिद्धि सद्बुद्धि की प्राप्ति होती है परमात्मा की नवधा प्रकार की भक्ति में श्रवण भक्ति श्रेष्ठ भक्ति है गीता भगवान की वाणी है।

श्रीमद् भागवत महापुराण वेदव्यास की वाणी है श्री रामचरितमानस मानव जीवन का दिग्दर्पण है कृष्ण के वाणी का श्रवण करके मनन किया जाए और रामचरितमानस को जीवन में प्रयोग किया जाए तो जीवन की गाड़ी अपने आप व्यवस्थित चलेगी सत्संग कथा सभी को जोड़ने का कार्य करता है। आज हवन एवं पूजन का कार्यक्रम होगा इसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा आयोजक समिति श्री विष्णुधाम महायज्ञ ओटेबंद मंदिर मुख्य अजमान शेर सिंह देशमुख, केजिया बाई देशमुख जी बैठे हैं। मंदिर के सभी सदस्य, बिरेन्द्र दिल्लीवार, बब्ला दाऊ चंद्राकर, लवकुश चंद्राकर, पुरुषोत्तम चंद्राकर, भगवान सिंह चन्द्राकर, सोनू चंद्राकर, रोहित चंद्राकर, हिरालाल साहू,बाजार ठेकेदार पूर्व सरपंच खेमन चन्द्राकर,नाई दव्वा ने बताया कि इस छत्तीसगढ के भव्य 11 दिवसीय महायज्ञ मेला में बहुत दूर दूर से मीना बाजार बडे बडे झुला ,मौत का कुंआ, गुफा ,सरक्स वाले लोग आये हैं ।उन्होंने अपील किया हैं की अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर आनंद उठाये। आज 21 मार्च को भव्य महायज्ञ और मेला भागवत कथा समापन होगा।