पाटन। सबसे बडी उर्वरक उत्पादक सहकारी संस्था इफको द्वारा मुख्यमंत्री भूपेष बघेल के गृहग्राम बेलौदी में नैनो यूरिया प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें किसान हितेश बघेल के 10 एकड प्रक्षेत्र में ड्रोन द्वारा धान के फसल में छिड़काव किए गए नैनो यूरिया का छिडकाव प्रक्षेत्र का किसानों को भ्रमण कराया गया।

कार्यक्रम में अध्यक्षता हितेश बघेल, बेलौदी, मुख्य अतिथि डॉ वी के सोनी, अधिष्ठाता कृषि महाविघालय, मर्रा, विषिष्ट अतिथि आर. एस. तिवारी, राज्य विपणन प्रबंधक, इफको, रायपुर, वाय. के. वर्मा, वरि. कृषि विकास अधिकारी, पाटन, विरेन्द्र यदु, समिति प्रबंधक, मर्रा समिति, शारदा प्रसाद चंद्राकर, प्रगतिषील कृषक, गाडाडीह, सूर्या यादव, टीएमई, इफको एमसी, दिनेश गांधी, सहा. प्रबंधक इफको, दुर्ग तथा आस-पास के गांव के 40 से अधिक किसान व कृषि महाविद्यालय के छात्र उपस्थित थे।

डॉ. वी. के. सोनी ने नैनो यूरिया को नई तकनीकी युक्त खाद बताया जिसकी 500 मिली की एक बॉटल, एक बोरी यूरिया के बराबर ताकत रखती है। यह यूरिया से तीन गुना अधिक असरकारक हैं, इसकी उपयोग दक्षता 90 प्रतिशत है जबकि दानेदार यूरि की 30 प्रतिशत ही है। श्री आर. एस. तिवारी ने नैनो यूरिया के बारे में किसानो को विस्तार पूर्वक बताया कि यह नैनो तकनीक से तैयार किया गया विश्व का पहला उत्पाद है, जिसे भारत में ही बनाया गया है तथा भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। इससे न केवल पर्यावरण का बचाव होता हैं, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर दानेदार यूरिया के होने वाले दुष्परिणामों से भी बचाता है। यह यूरिया से सस्ता भी है, तथा इसकी 500 मिली की एक बॉटल मात्र रू. 240/- में उपलब्ध हैं। यह समितियों के माध्यम से सभी किसान भाईयों को आसानी से उपलब्ध हैं।

वाय. के. वर्मा ने नैनो यूरिया के प्रयोग हेतू किसानों को प्रोत्साहित करते हुए बताया कि इसे इफको ने लंबे अनुसंधान के बाद तैयार किया हैं, अतः यह अत्यन्त कारगर तथा रासायनिक उर्वरको से होने वाले दुष्परिणामो से बचाने वाला हैं। इसके उपयोग से किसान अपनी परिवहन व भंडारण की लागत को भी कम कर सकते है। इसके प्रयोग से न केवल युरिया के खपत को आधा किया जा सकता है बल्कि भारत सरकार द्वारा वहन किए जाने वाले अरबों स्पए की अनुदान राशि को भी बचाया जा सकता है। शारदा चंद्राकर ने बताया कि कैसे उन्होने बिना यूरिया का प्रयोग किए नैनो यूरिया के प्रयोग से अपनी धान की खेती में उपज में वृद्धि पाई। कार्यक्रम के अंत में किसान भाईयो को नैनो यूरिया प्रदर्शन प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया।
कार्यक्रम का संचालन दिनेश कुमार गांधी द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में उत्तम ताम्रकार सुश्री मुस्कान तिवारी, सौरभ भैंसले तथा लोमश साहू विशेष रूप से उपस्थित रहे।