ओटेबन्द स्कूल में नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर किया गया स्वागत,न्यौता भोजन करा मनाया गया प्रवेश उत्सव

अंडा। पूर्व माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला ओटेबंद में नेवता भोज कर प्रवेश उत्सव मनाया गया।इस अवसर पर भुवन लाल साहू ठगिया, उत्तम साहू खेमन मनोज लोकेश्वर दिनेश दिलेश्वरी चंद्रप्रभा रीना सुनीता और स्कूल के स्कूल की स्टाफ प्राइमरी स्कूल के प्रधान पारक मैडम रेखा साहू पूर्व माध्यमिक के मैडम शैलेश पांडे और समस्त स्टाफ दिगेश्वर प्रसाद देशमुख सुमन देवांगन अमृत चंद्राकर बिंदा साहू चित्ररेखा वर्मा सनथ सहित सरपंच ग्राम प्रमुख भागेश्वरि साहु,उप सरपंच छन्नू साहु पूर्व प्राथमिक शाला अध्यक्ष कुलेश्वर साहु प्राथमिक शाला अध्यक्ष डागेश चंद्राकर सहित पालक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। अतिथियों का पुष्प गुछ से स्वागत किया गया। सर्वप्रथम नन्हे-मुन्ने बच्चों विद्यार्थियों को आरती उतारकर तिलक लगाकर स्वागत किया गया। शाला प्रवेशोत्सव का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना, उनकी आत्मविश्वास को बढ़ाना और उन्हें नए सत्र में सफलता की कामना करना होता है। यह उत्सव छात्रों के बीच एक मेलजोल वातावरण है। हमारे जीवन का यादगार पलों में से एक यह भी है कि दो माह की छुट्टी के बाद बच्चों को विद्यालय में आने की उत्सुकता देखी गई। इस शाला प्रवेश उत्सव में अतिथियों द्वारा किताब वितरण किया गया। सभी बच्चों को नेवता भोज के तहत खाना खिलाया गया जिसमें विद्यार्थियों में भी काफी उत्साह देखा गया वही पालक अपने बच्चों को स्कूल शाला प्रवेश उत्सव के दौरान छोड़ने के लिए आए हुए थे जिससे स्कूल के वातावरण एवं वहां के शिक्षकों को देखकर उत्साहित नजर आये। शाला विकास समिति के अध्यक्ष कुलेश्वर साहू ने कहा कि भाग्य नहीं कड़ी मेहनत पक्का इरादा सफलता की कुंजी होती है।परीक्षा में सफल होने के लिए उचित कार्य योजना बनाकर , समय प्रबंधन के साथ-साथ सही दिशा में मेहनत की आवश्यकता होती है। विद्यार्थियों को सफलता के गुर सिखाते हुए उचित मार्गदर्शन प्रदान किया। नव प्रवेशी विद्यार्थियों को तिलक लगाकर तथा मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया। सरपंच ने नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने पर छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ाई करें और अपने परिवार ओटेबंद सहित पूरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें।प्राचार्य ने सभी विद्यार्थियों को नए सत्र 2024-25 में प्रवेश के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है और इस मंदिर को भी हमेशा साफ-सुथरा रखना है, बच्चे हमारा भविष्य हैं। इन बच्चों को शिक्षा का उचित वातावरण देना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि उनका पढ़ाई में मन लगा रहे।