इस अवसर पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी कैसे भारतीय संस्कृति के अनुरूप आचरण करें यह रामचरित मानस में वर्णित है। भगवान राम के आदर्शो,मान्यताओं और मर्यादाओं की रक्षा के लिए राज्य शासन ने जो पहल की है यह वाकई में सराहनीय है। छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन और धरोहर को आगे बढ़ाने के लिए राज्य शासन लगातार प्रयासकर रही है। उन्होंने आगे कहा छत्तीसगढ़ में भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान लगभग 10 वर्ष गुजारे थे । इसलिए छत्तीसगढ़ शासन राम वन गमन पथ के माध्यम से इन सभी स्थानों को जोड़ने का प्रयास कर रही है, जिसके लिए 9 स्थानों को चिन्हित किया गया है। जिसमें शिवरीनारायण में परियोजना कार्य पूर्ण हो चुका है और अन्य परियोजना कार्य को भी शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने मंच से छत्तीसगढ़ के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के लोग परिवारिक एकता और भवनात्मक रूप से काफी सुदृढ़ और मजबूत हैं।

कार्यक्रम में अरुण वोरा विधायक एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन, शालिनी रिवेंद्र यादव अध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग , धीरज बाकलीवाल महापौर नगर निगम दुर्ग और अशोक साहू उपाध्यक्ष ,जिला पंचायत कृषि सभापति योगिता चन्द्राकर,जिला पंचायत सदस्य माया बेलचंदन,जनपद अध्यक्ष देवेंद्र देशमुख, जनपद उपाध्यक्ष झमित गायकवाड़,जनपद सदस्य राकेश हिरवानी, दीपिका चन्द्राकर, लेखन साहू,नोहर साहू,भुनेश्वरी ठाकुर,सामजसेवी रत्नानारम जिला पंचायत दुर्ग, कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, वार्ड पार्षद एवं एमआईसी सदस्य ऋषभ जैन जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन, दुर्ग एसडीएम विनय पोयाम,मंच में निर्णायक गण चोवा राम साहू, खुमान यादव,सन्तोष निषाद , और अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण उपस्थित थे।मंच संचालन खिलेन्द्र यादव ने किया।