विराट कवि सम्मेलन में 40 कवियों ने शमां बांधा शिक्षक के मन के कवि रूप सामने आया : शिवनारायण देवांगन

संजय साहू

अंडा। शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के तत्वाधान शिकसा विराट कवि सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन “आस” के संयोजन, विजय कुमार प्रधान कार्यक्रम प्रभारी के उपस्थिति एवं टीकाराम सारथी “हसमुख” प्राचार्य चुरतेली व सलाहकार के अध्यक्षता मे हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना सारिका बनसोडे सोनी व राजगीत पुष्पांजलि ठाकुर ने प्रस्तुत कर किया। सर्वप्रथम संस्थापक व संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन “आस” ने उदबोधन में कहा विराट कवि सम्मेलन आयोजित कर शिक्षक साथियों में छुपे कवि रूप को सामने लाने का प्रयास है जिसमें हम लोग सफल हो रहे है। तदपश्चात महासचिव डाॅ. बोधीराम साहू ,संगठन मंत्री राधेश्याम कंवर व कार्यक्रम प्रभारी विजय कुमार प्रधान ने उदबोधन में शिकसा के कार्यक्रम पर प्रकाश डाला।


कार्यक्रम के अध्यक्ष टीकाराम सारथी”हसमुख” ने अपने उदबोधन में कहा कि यह विराट कवि सम्मेलन एक बेहतरीन आयोजन है जिसमें आज सबकी रचना एक से बढ़कर एक रहा इस आयोजन के लिये संयोजक आस बधाई के पात्र है। कार्यक्रम मे मोहित कुमार शर्मा, नेहा उपाध्याय, हेमराज निषाद, डाॅ.प्रमोद कुमार आदित्य, सुनीता चौधरी, संध्या पाठक, ओ.पी. कौशिक “रतनपुरिहा”, हेमा चन्द्रवंशी, राजीव लोचन कश्यप, तारा बन्छोर, मोना रावत, मनोहर लाल यादव, कुसुम जैन, रामलाल कोसले, वाकेश्वरी साहू, गायत्री सोनी, ममता साहू, शकुंतला सहंश, गायत्री, हरमन कुमार बघेल, गीता उपाध्याय ‘मंजरी’, रुक्मिणी सिंग राजपूत, संध्या मौर्य, शोभा बेंजामिन, मिर्जा इशक बेग, पवित्रा गुप्ता, माधुरी करसाल “मधुरिमा”, निशा राबिनसन, निवेदिता वर्मा ‘मेघा’, रामकुमार पटेल, अनूप कुमार साहू, दुर्गा पाठक जोशी, आरती ठाकुर आदि ने कार्यक्रम में बेहतरीन रचना सुनाकर शमा बांधे। कार्यक्रम का संचालन देव प्रसाद पात्रे एवं आभार प्रदर्शन डॉ. शिवनारायण देवांगन “आस” ने किया।