भारतीय स्पिनर्स की दमदार गेंदबाजी और मध्यक्रम में शानदार बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप के अपने पहले मुकाबले में छह विकेट से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में भारतीय शीर्षक्रम की एक बार फिर पोल खुल गई थी। टीम इंडिया ने दो रन पर ही तीन विकेट गंवा दिए थे। ईशान किशन, कप्तान रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर खाता खोले बिना आउट हुए।
हालांकि, इसके बाद चेज मास्टर विराट कोहली और टीम में चयन होने पर आलोचना झेलने वाले केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी कर भारत के लिए जीत सुनिश्चित की। दोनों शतक तो नहीं बना सके, लेकिन विपक्षी टीमों को यह जरूर बता दिया कि पहले की तरह भारतीय टीम सिर्फ अपने शीर्षक्रम पर निर्भर नहीं है। इस बार विश्व कप जीतने के लिए टीम इंडिया तैयार है।

स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन ने जिताया
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जीत का सबसे बड़ा अंतर दोनों टीमों के स्पिनर्स रहे। जहां एक तरफ भारतीय स्पिनर्स ने घातक गेंदबाजी करते हुए 30 ओवर में 104 रन देकर छह विकेट लिए, वहीं ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स ने 16 ओवर गेंदबाजी की और 86 रन लुटाए। उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। भारतीय स्पिनर्स का इकोनॉमी रेट 3.46 का रहा, तो वहीं ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स का इकोनॉमी रेट 5.37 का रहा।
टीम इंडिया तीन स्पिनर्स के साथ मैदान में उतरी थी। इनमें रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और रविचंद्रन अश्विन शामिल थे। जडेजा ने तीन और कुलदीप ने दो विकेट लिए। वहीं, अश्विन को एक विकेट मिला। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने एडम जम्पा के रूप में सिर्फ एक स्पेशलिस्ट स्पिनर खिलाया था। ग्लेन मैक्सवेल उनका साथ निभा रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत ही खराब रही थी। पहले ही ओवर में जसप्रीत बुमराह ने मिचेल मार्श को परेशान किया और आखिरी गेंद पर विकेट भी हासिल किया। इसके बाद फिरकी का जादू चला और ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम तहस नहस हो गया। एक बार मध्यक्रम में मुख्य बल्लेबाजों के पवेलियन लौट जाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम संभल नहीं सकी। हालांकि, मिचेल स्टार्क ने जरूर अंत में 28 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 200 के करीब ले गए।
विराट कोहली को जीवनदान देना पड़ा महंगा
स्विंग न मिलने पर दोनों ने सीम का बखूबी इस्तेमाल किया और भारतीय शीर्ष क्रम को तहस नहस कर दिया। हालांकि, बीच के ओवरों में स्पिनरों के विकेट न निकाल पाने की क्षमता पर जरूर सवालिया निशान है। ऑस्ट्रेलिया को एक अतिरिक्त स्पिनर की कमी इस विश्व कप में जरूर खलेगी। एश्टन एगर को ऑस्ट्रेलिया ने स्क्वॉड में शामिल कर निकाल दिया था। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग में एक गलती उन्हें काफी भारी पड़ी। दरअसल, मिचेल मार्श ने कोहली का कैच छोड़ दिया था। तब वह मामूली स्कोर पर थे। इसके बाद कोहली ने 85 रन की मैच जिताऊ पारी खेल डाली।