IND vs SA: लगातार दूसरे मैच में शतक जड़कर सैमसन के क्लब में शामिल हुए तिलक, ऐसा करने वाले पाचवें बल्लेबाज बने

IND vs SA
भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 मैच में भी शतक जड़ दिया। तिलक ने संजू सैमसन के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 210 रनों की अविजित साझेदारी की। तिलक इसके साथ ही सैमसन के साथ एक खास क्लब में भी शामिल हो गए। तिलक ने 47 गेंदों पर नौ चौकों और 10 छक्कों की मदद से नाबाद 120 रन बनाए। तिलक और सैमसन की बेहतरीन पारी से भारत ने 20 ओवर में एक विकेट पर 283 रन बनाए जो टी20 अंतरराष्ट्रीय इतिहास का दूसरा सर्वोच्च स्कोर है।

सैमसन-तिलक की तूफानी पारी
भारत ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और सैमसन तथा तिलक ने तूफानी बल्लेबाजी कर दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। सैमसन और तिलक ने इसके साथ ही टी20 में भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी भी की। भारत के लिए सैमसन और तिलक के अलावा अभिषेक शर्मा ने 18 गेंदों पर दो चौकों और चार छक्कों की मदद से 36 रन की पारी खेली।

तिलक ने लगातार दूसरे मैच में जड़ा शतक
तिलक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार दूसरे मैच में शतक जड़ा और वह एक खास सूची में शामिल हो गए। तिलक दुनिया के पांचवें ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय में लगातार दो मैच में शतक लगाया है। तिलक से पहले फ्रांस के गस्टव मैकॉन, दक्षिण अफ्रीका के रिली रोसोयू, इंग्लैंड के फिल सॉल्ट और भारत के संजू सैमसन ऐसा कर चुके हैं।

भारत के लिए सबसे तेज शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज
तिलक ने 41 गेंदों पर शतक पूरा किया और वह भारत के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। भारत के लिए खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है जिन्होंने 2019 में श्रीलंका के खिलाफ 35 गेंदों पर शतक जड़ा था। इसके साथ ही तिलक ऐसे दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने एक टी20 द्विपक्षीय सीरीज में दो शतक लगाए हैं। तिलक के शतक लगाने के पहले संजू सैमसन भारत के पहले ऐसे बल्लेबाज बने थे जिन्होंने एक द्विपक्षीय सीरीज में दो सैकड़े लगाए थे।

यह पहली बार हुआ है जब दो पूर्णकालिक सदस्यों के बीच टी20 मुकाबले के दौरान दो बल्लेबाजों ने शतक लगाए हैं, जबकि ओवरऑल ऐसा तीसरी बार हुआ है। सैमसन और तिलक ने इसके साथ ही टी20 अंतरराष्ट्रीय की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी भी कर डाली।