पंडरिया । भारतीय मजदूर संघ ने विभन्न मांगों को लेकर बुधवार को ज्ञापन सौपा। उन्होंने वर्तमान महंगाई को देखते हुए कार्य अनुभव और योग्यता अनुसार कारखाने में अन्य ठेका श्रमिकों का जिस तरह से एक मुस्त वेतन निर्धारित किया गया है।उसी प्रकार सभी ठेका श्रमिकों को एकमुश्त वेतन दिया जाने,जिन ठेका श्रमिकों को चार वर्ष पूर्ण हो गया है उन सभी ठेका श्रमिकों को अर्ध कुशल एवं कुशल कलेक्टर दर से वेतन वृद्धि किए जाने शक्कर उत्पादन की रिकवरी बढ़ने के उपरांत सभी श्रमिकों को एक माह का वेतन बोनस के रूप में दिये जाने,सत्र 2020_21 एवं 2021_ 22 में सप्ताहिक अवकाश में किए गए कार्य का अतिरिक्त भुगतान जल्द से जल्द किये जाने की मांग की है।उनके द्वारा बताया गया कि तात्कालीन प्रबंध संचालक दिलीप जायसवाल द्वारा कारखाना को केस्टैक मुक्त कर तकनीकी कर्मचारियों को सीधा कारखाना द्वारा भुगतान कर के लगभग 3 से 4 करोड रुपए का आर्थिक नुकसान से कारखाने को बचाया गया था तथा सफल संचालन किया गया था। वर्तमान प्रबंध संचालक द्वारा 2020_21 व 2021_22 में पुनः केस्टेक फर्म को टेंडर दे कर कारखाने को प्रति वर्ष लगभग तीन से चार करोड़ रु का आर्थिक नुक्सान पहुंचाया जा रहा है। मेंटनेश सत्र इस वर्ष ,2022_23 में प्रथम बार केस्टेक फर्म को मैंटनेश के लिए भी टेंडर दिया गया है जो केस्टेक फर्म को फायदा पहुंचाने के लिए दिया गया। पूर्व में कारखाना में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों को केस्टेक के माध्यम से भुगतान कर केस्टेक फर्म को फायदा पहुंचाया जाता है।उक्त कर्मचारियों को कारखाने द्वारा सीधा भुगतान कर वित्तीय हानि से कारखाने को बचाया जा सकता है ।
वर्तमान में कुशल व योग्य कर्मचारी/ श्रमिक होते हुए भी केस्टक फर्म को टेंडर देकर लोकल छत्तीसगढ़िया को छला जा रहा है।
केस्टेक फर्म का टेंडर समाप्त कर लोकल कर्मचारियों के साथ न्याय करते हुए पद के अनुरूप कर्मचारियों को सीधे कारखाना द्वारा भुगतान किये जाने,कारखाने के समस्त कर्मचारियों (संविदा ,भूमि, ठेका श्रमिक) का वेतन (पारिश्रमिक) का भुगतान एक साथ किया जावे। किसी भी प्रकार का भेदभाव किया जाना उचित नहीं है।सीजन में आने वाले श्रमिकों का स्थान बदलकर मेंटनेश में वापस लिया जा रहा है, व सेक्शन में कार्यरत पुराने श्रमिकों को आफ सीजन में कार्य पर आते हो कर वापसी नहीं लिया जा रहा है। इससे प्रतीत होता है कि भ्रष्टाचार हो रहा है जिसे बंद किया जावे।
भारतीय मजदूर संघ ने मांग करते हुए बताया कि उपरोक्त को प्राथमिकता से लेते हुए एक सप्ताह के भीतर समस्त मांगों को पूरा करते हुए संघ को सूचित करने किया जाए।मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में संघ के बैनर तले समस्त श्रमिको के साथ उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।ज्ञापन देते समय महामंत्री ललित चंद्रवंशी, अध्यक्ष महानंद वर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्य एवं भारतीय मजदूर संघ के समस्त कार्यकर्ता साथी उपस्थित रहेl